छत्तीसगढ़ राज्य का बजट सोमवार को
रायपुर | छत्तीसगढ़ राज्य का वित्त वर्ष 2017-18 का बजट सोमवार को पेश होगा। इस वर्ष बजट का आकार 80 हजार करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है, जो छत्तीसगढ़ राज्य गठन के साथ ही अब तक का सबसे बड़ा बजट होगा। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह लगातार 11वीं बार बजट पेश करेंगे, जो एक रिकॉर्ड होगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 27 फरवरी, 2007 को पहली बार वित्त मंत्री के रूप में छग विधानसभा में बजट प्रस्तुत किया था। उसके बाद से लगातार 23 फरवरी, 2008, 15 फरवरी, 2009, 22 फरवरी, 2010, 26 फरवरी, 2011, 17 मार्च, 2012, 23 फरवरी, 2013, 8 फरवरी, 2014, 13 मार्च, 2015, 9 मार्च, 2016 को 10 बार बजट प्रस्तुत कर चुके हैं।
वहीं अगला बजट छह मार्च को प्रस्तुत करने वाले हैं। इससे पहले उत्तरप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने बतौर वित्तमंत्री नौ बार बजट प्रस्तुत किया था। वहीं उत्तरप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी ने 11 बार बजट प्रस्तुत कर रिकार्ड बनाया था। उन्होंने सात बार बतौर वित्त मंत्री तथा चार बार बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए वित्त मंत्रालय की कमान संभालते हुए बजट प्रस्तुत किया था। वहीं अविभाजित मध्यप्रदेश में बतौर वित्त मंत्री राघवजी का 10 बार बजट पेश करने का रिकार्ड है।
वैसे सूत्रों का कहना है कि सोमवार को पेश होने वाले छत्तीसगढ़ के बजट में किसानों को धान बोनस के साथ ही राज्य के कर्मचारियों व अधिकारियों को सातवां वेतनमान देने की घोषणा भी हो सकती है। साथ ही बजट में व्यापारियों को कुछ राहत देने की भी घोषणा मुख्यमंत्री कर सकते हैं। वहीं बताया जा रहा है कि जीएसटी आगामी जुलाई से लागू होगा, इसे ध्यान में रखकर बजट तैयार किया गया होगा। वहीं बजट में उद्योगों व आम उपभोक्ताओं को बिजली दरों में राहत देने का भी प्रावधान किया जा सकता है। बताया जाता है कि इस बार राज्य के बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क निर्माण आदि पर विशेष जोर होगा।