विकास व सुरक्षा में बाधा डालने वालों से निपटने की जरूरत : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
चेन्नई, 3 मार्च | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि बहुध्रुवीय व बहुपक्षीय दुनिया में हालांकि भारत एक जिम्मेदार ताकत है, लेकिन देश के विकास व सुरक्षा में बाधा डालने वालों के प्रति इसे कड़ा रुख अपनाने की जरूरत है। मुखर्जी ने एयर फोर्स स्टेशन तंबारम में 125 हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन एंड मैकेनिक्ल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में ‘प्रेजीडेंट्स स्टैंडर्ड एंड कलर्स’ अवॉर्ड प्रदान करने के बाद कहा, “भारत बहुध्रुवीय एवं बहुपक्षीय विश्व में एक जिम्मेदरार एवं उभरती हुई शक्ति है, लेकिन क्षेत्र में बदलते सामाजिक-आर्थिक एवं भूराजनैतिक परिदृश्य में देश के विकास, समृद्धि एवं सुरक्षा में बाधा पहुंचाने वालों से सख्ती से निपटने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि देश के सशस्त्रबल प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिकों को अतिरिक्त सहायता भी उपलब्ध कराते हैं। मुखर्जी ने उत्तराखंड, कश्मीर घाटी और तमिलनाडु में बाढ़ के दौरान भारतीय वायुसेना के अभियानों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि 125 हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन (ग्लैडिएटर्स) का गठन 1983 में किया गया था, जिसने देश के भीतर और बाहर अपने साहस के लिए प्रशंसा बटोरी। मुखर्जी ने मैकेनिकल ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के बारे में कहा कि इसकी स्थापना 1935 में की गई थी और इसके बाद से इसमें कई बदलाव हुए। इसका मौजूदा नाम 1980 में रखा गया।