अमेरिका में भारतीय इंजीनियर की मौत, दूतावास अधिकारी कंसास रवाना
नई दिल्ली | विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अमेरिका में ‘नस्लीय हमले’ में एक भारतीय इंजीनियर की हत्या और एक अन्य को जख्मी किए जाने की घटना पर दुख जताया। उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास के दो अधिकारी कंसास राज्य के लिए रवाना हो गए हैं। श्रीनिवास कुचीवोतला और आलोक मदासानी को बुधवार रात अमेरिका के कंसास राज्य के ओलाथ स्थित एक बार में पूर्व नौसैनिक ने गोली मार दी थी, जिसमें कुचीवोतला की मौत हो गई। बताया जाता है कि उसने दोनों को ‘मध्य-पूर्व का नागरिक’ समझकर गोली मारी।
सुषमा ने ट्वीट कर कहा, “मैं कंसास में हुई गोलीबारी से सदमे में हूं, जिसमें श्रीनिवास कुचीवोतला की मौत हो गई। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।” सुषमा ने कहा कि उन्होंने अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सरना से बात की है। भारतीय दूतावास के दो अधिकारी कंसास राज्य के लिए रवाना हुए हैं। सुषमा के अनुसार, “इस घटना में घायल हुए आलोक मदासानी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि इस दौरान बीच-बचाव करने वाला अमेरिकी नागरिक भी हमलावर की गोली से घायल हो गया। बयान में कहा गया है, “हमले में जान गंवाने वाले कुचीवोतला (32) हैदराबाद के रहने वाले थे, जबकि जख्मी हुए मदासानी (32) तेलंगाना के वारंगल के रहने वाले हैं। वे ओलेथ स्थित गारमिन कंपनी में एविएशन प्रोग्राम मैनेजर के तौर पर काम करते थे।”
बयान के अनुसार, “वाणिज्य दूत आर.डी. जोशी हॉस्टन से और उपवाणिज्य दूत हरपाल सिंह भी डलास से कंसास के लिए रवाना हो चुके हैं।”
प्रवक्ता के अनुसार, भारतीय अधिकारी घायल शख्स से मिलेंगे और मृतक के पार्थिव शरीर को भारत लाने में मदद करेंगे। इसके साथ ही वे घटना की अधिक जानकारी और आगे की कार्यवाही के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क में रहेंगे।” उन्होंने बयान में बताया, “वे कंसास में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।” वहीं, इस घटना में कुचीवोतला की मौत से उनका परिवार सदमे में है। इस घटना में घायल हुए दूसरे युवक आलोक मदासानी का परिवार इस कठिन स्थिति में आलोक के पास जाने की योजना बना रहा है।
उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार से श्रीनिवास का शव भारत लाने में मदद की मांग की है। श्रीनिवास की पत्नी सुनैना दुमाला भी कंसास की एक प्रौद्योगिकी कंपनी में कार्यरत हैं। वहीं, इस घटना में घायल हुए आलोक के पिता जगमोहन रेड्डी ने कहा कि उनके परिवार को उनके बड़े बेटे से शुक्रवार सुबह यह जानकारी मिली, जो अमेरिका के डलास में रहता है। उन्होंने बताया कि आलोक अब खतरे से बाहर है। रेड्डी अपने बेटे के पास अमेरिका जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2008 से कंसास में रह रहे उनके बेटे को कभी इस तरह की घटना का सामना नहीं करना पड़ा था।
इस घटना के हमलावर की पहचान एडम पुरिंटन के रूप में हुई है, जिसने दोनों को ‘मध्य-पूर्व का नागरिक’ समझकर गोली मारी। यह व्यक्ति कथित तौर पर दोनों युवकों पर चिल्लाया ‘मेरे देश से बाहर जाओ’। वहीं, इस घटना में बीच-बचाव करने वाले 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट घायल हो गए। श्रीनिवास अमेरिका में फरवरी में मारा गया दूसरा भारतीय युवक है। इससे पहले 10 फरवरी को सॉफ्टवेयर इंजीनियर वामशी रेड्डी मामीडाला की हत्या कथित तौर पर एक नशेड़ी ने कैलीफोर्निया के मिलपिटस में गोली मारकर कर दी थी।