तमिलनाडु में धरने पर बैठे एम.के. स्टालिन
चेन्नई | तमिलनाडु विधानसभा से द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के विधायकों को बाहर निकाले जाने के विरोध स्वरूप शनिवार को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एम.के.स्टालिन मरीना बीच पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट धरने पर बैठ गए। इससे पहले उन्होंने तमिलनाडु के राज्यपाल सी.विद्यासागर राव से मुलाकात की और विधानसभा में घटित घटना के बारे में शिकायत की। सदन से उन्हें और उनकी पार्टी के विधायकों को निकाले जाने के बाद स्टालिन ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी ने मुख्यमंत्री ई.के.पलनीस्वामी की सरकार के विश्वास मत के लिए गुप्त मतदान की मांग की थी।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने सदन की कार्यवाही एक सप्ताह तक स्थगित करने की मांग की थी, ताकि विधायक वापस अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाएं और विश्वास मत के लिए मतदान करने से पहले जनता की राय जानें। डीएमके नेता ने कहा कि वह अपनी मांग के समर्थन में विधानसभा के अंदर विरोध में बैठे थे।
स्टालिन ने आरोप लगाया कि उन्हें मार्शलों के माध्यम से जबरदस्ती बाहर निकलवा दिया गया। इस दौरान उन्हें चोटें आईं और कमीज भी फट गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि बाहर निकालते समय उनकी पार्टी के विधायकों से मार्शलों ने दुर्व्यवहार किया।