उत्तर प्रदेश की जनता का विकल्प भाजपा
लखनऊ | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू होने से ठीक पहले देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि उप्र के चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि यह केवल उनकी राय नहीं है, बल्कि उप्र की जनता ने भाजपा को विकल्प के रूप में स्वीकार कर लिया है। राजनाथ सिंह ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा की सरकार को अच्छा मानती है। हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में काफी दिन से सुशासन नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। जनता खराब कानून-व्यवस्था से पूरी तरह त्रस्त है। सपा और बसपा हारी हुई लड़ाई लड़ रही हैं। सपा व कांग्रेस का गठबंधन एक अवसरवादी गठबंधन है। ये दोनों अपने को प्रदेश में बरकरार रखने के लिए अब गठबंधन पर मजबूर हैं। राजनाथ ने कहा कि हमने अपने उत्तर प्रदेश के घोषणा-पत्र में निर्णय लिया है कि लघु और सीमांत किसानों के फसली ऋण को माफ किया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश की जनता को एक मजबूत सरकार दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “मैं उप्र की जनता से अपील करता हूं कि अधिक से अधिक वोट करें और आप अपने साथियों को भी वोट करने के लिए प्रेरित करें। हम आने वाले चुनाव के बारे में नहीं सोच रहे हैं, हम आने वाली पीढ़ियों के बारे में सोच रहे हैं।” राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला राष्ट्रहित में लिया। उन्होंने कहा, “हमने नोटबंदी का फैसला राजनीतिक लाभ के लिए नहीं लिया। हम जानते हैं कि व्यापारी ईमानदारी के साथ व्यापार करना चाहते हैं।”
राजनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा ही सशक्त विकल्प है। प्रदेश में सपा और बसपा दोनों दबाव में हैं। सभी दल मिलकर भाजपा के खिलाफ साजिश कर रहे हैं। बसपा उप्र में इस कदर हार गई है कि अब जातिगत वोट मांग रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रेनकोट’ वाले बयान को अनावश्यक तूल दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रति सम्मान व्यक्त किया था। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उप्र में हारी हुई लड़ाई लड़ रही है। बसपा ने अपना स्तर इतना गिरा लिया है कि वह अब धर्म के आधार पर वोट मांग रही है। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए यह सही नहीं है।
उन्होंने कहा, “स्वस्थ लोकतंत्र में इस तरह की अपेक्षा नहीं की जाती कि लोग धर्म, पंथ और संप्रदाय के नाम पर वोट की अपील करेंगे। लेकिन दुर्भाग्य से बसपा ऐसा कर रही है। वह एक हारी हुई लड़ाई लड़ रही है।” राजनाथ ने कहा कि उप्र की कानून व्यवस्था काफी खराब हो चुकी है। राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं। उप्र में सुशासन और विकास नाम की चीज नहीं रह गई है। मुख्यमंत्री इसके लिए स्वयं जिम्मेदार हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उप्र में जितनी भी सरकारों ने काम किया है, उनमें भाजपा की सरकारों ने अपेक्षाकृत बेहतर काम किया है। भाजपा सुशासन और विकास के मुद्दे को लेकर काम करती है। वर्तमान सरकार के कामकाज को लेकर सभी यह मान रहे हैं कि इसमें विकास और सुशासन का आभाव है।