देश के लिए जान देने के मुद्दे पर कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग
नई दिल्ली | संसद के निचले सदन लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी के लोगों ने देश के लिए अपनी जिंदगियां कुर्बान की हैं लेकिन भाजपा से संबद्ध किसी भी व्यक्ति ने देश के लिए अपनी जान नहीं दी है। खड़गे के इस बयान के बाद कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच जमकर तकरार हुई। विपक्ष के नेता खड़गे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी का नाम लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश के लिए कुर्बानियां दीं, जबकि भाजपा के किसी सदस्य ने देश के लिए जान नहीं दी। खड़गे ने ‘असंसदीय भाषा’ का प्रयोग किया।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के यह कहने के बावजूद कि वह इन टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा देंगी, सत्ता पक्ष के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया।
सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों के विरोध पर खड़गे ने कहा, “यह इतिहास में दर्ज है, यह असंसदीय नहीं है।”
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा, “कई लोगों ने देश के लिए अपनी जिंदगियां कुर्बान की हैं, कांग्रेस इन सभी की कस्टोडियन नहीं है।” महाजन ने खड़गे से ऐसी टिप्पणियां नहीं करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, “आपको ऐसा नहीं कहना चाहिए, कई लोगों ने देश के लिए अपनी जिंदगियां कुर्बान की हैं।”
अनंत कुमार ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय जैसे जनसंघ के नेताओं ने भी देश के लिए कुर्बानी दी है। अनंत कुमार ने अध्यक्ष से आग्रह किया, “उन्हें माफी मांगनी चाहिए, उन्हें माफी मांगने को कहें।” लेकिन, महाजन ने कहा कि यह कोई बहस का मुद्दा नहीं है। दोनों पक्षों के बीच गहमागहमी होने पर अध्यक्ष ने उनसे सदन की गरिमा बनाए रखने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “जो कुछ भी कहा गया है, उसे रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा। ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए..सभी देश के लिए काम करते हैं, हमें इसे पार्टी स्तर पर नहीं देखना चाहिए।”