भाजपा में मुख्यमंत्री चेहरा देने की हिम्मत नहीं : मायावती
फरुर्खाबाद । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी रैलियों का तांता लगा है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा में चुनाव के लिए मुख्यमंत्री चेहरा देने की हिम्मत नहीं है। मायावती ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर भी निशाना साधा। फरुखाबाद में एक जनसभा को संबोधित में मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव सरकार ने प्रचार में काफी पैसे बर्बाद किए हैं। उप्र में विकास नहीं हुआ। विकास आधे-अधूरे रहे हैं। उप्र में दागी चेहरे अखिलेश यादव के साथ खुद को सेक्युलर पार्टी कहने वाली कांग्रेस गठबंधन करके चुनाव लड़ रही है। मायावती ने कहा कि प्रदेश में विकास के नाम पर कोई काम नहीं किया गया, बल्कि लोगों को गुमराह करने के लिए परिवार का विवाद शुरू किया गया।
बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि सरकार का कार्यकाल पूरी तरह से निराशाजनक रहा है। केंद्र सरकार ने भी अपने वादे पूरे नहीं किए। उन्होंने कालाधन पर वादा किया था कि सौ दिनों में कालाधन वापस लाया जाएगा और सभी को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने पुत्र मोह में शिवपाल को अपमानित किया है। ऐसे में शिवपाल यादव के लोग अखिलेश खेमे को हराने की कोशिश करेंगे। दोनों के वोट दो हिस्सों में बंट जाएगा। जो उन्हें वोट करेंगे, उनके वोट का फायदा भाजपा को जाएगा।
सात को गाजियाबाद व सम्भल में चुनावी रैली
उप्र विधानसभा चुनाव में अपने दम पर सूबे की सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही बहुजन समाज पार्टी की मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती सात फरवरी को गाजियाबाद और सम्भल की विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के समर्थन में दो चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगी। इस कार्यक्रम के तहत पार्टी सुप्रीमो मायावती की पहली चुनावी जनसभा गाजियाबाद जिले में सी.पी.डब्ल्यू.डी. मैदान में होगी। जबकि दूसरी जनसभा सम्भल जिले के चन्दौसी बाईपास, ग्राम-मौलागढ़, सम्भल चौराहा, चन्दौसी में आयेजित होगी।
वहीं आठ फरवरी को मायावती बदायूं और शाहजहांपुर जिले में जनसभा करेंगी। बता दें कि बसपा मुखिया अब तक मेरठ, अलीगढ़, बुलंदशहर, हाथरस, मुजफ्फरनगर, एटा, बरेली व फिरोजाबाद जिले में चुनावी जनसभा को संबोधित कर चुकी हैं।