अन्तर्राष्ट्रीय

हाफिज सईद की नजरबंदी के खिलाफ जमात-उद-दावा का प्रदर्शन

An activist of Jamaat-ud-Dawa Pakistan holds toy gun as others shout slogans at the Kashmir Solidarity Day rally in Lahore on February 5, 2011. Thousands of people rallied across Pakistan today to denounce Indian rule in Kashmir, the disputed Muslim-majority Himalayan state divided between the nuclear-armed rivals.  AFP PHOTO/Arif ALI (Photo credit should read Arif Ali/AFP/Getty Images)

इस्लामाबाद | जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सदस्यों ने समूह के नेता हाफिज सईद को घर में नजरबंद किए जाने के बाद मंगलवार को पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन किया। हाफिज सईद को मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। पाकिस्तान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार द्वारा सोमवार रात जेयूडी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद संगठन ने प्रमुख शहरों इस्लामाबाद, लाहौर, कराची, पेशावर, गुजरांवाला, सियालकोट, क्वेटा और हैदराबाद में विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने संगठन के पक्ष में नारे लगाए और भारत और अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी की। लाहौर प्रेस क्लब के सामने भी प्रदर्शन किया गया। जेयूडी के नेताओं अबु-अल हाशिम रब्बानी, अब्दुल माजिद सल्फी और मसूद-उर-रहमान ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जमात एक देशभक्त संगठन है। लोगों को इसकी गतिविधियों के बारे में अच्छी तरह पता है और आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार इसके खिलाफ कार्रवाई सिर्फ ‘अपने भारतीय और अमेरिकी आकाओं’ को खुश करने के लिए कर रही है।
नेताओं ने कहा, “यदि सरकार हम पर प्रतिबंध लगाती है तो हम एक मजबूत विरोध प्रदर्शन की शुरू करेंगे।” इन्होंने दावा किया कि जमात उद दावा ‘धर्मार्थ संगठन’ है। हिरासत में लिए जाते समय सईद लाहौर के चौबुरजी इलाके की कुदसिया मस्जिद में था। जेयूडी प्रतिबंधित आतंकी संगठन संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का मुखौटा है। एलईटी मुंबई में 26 नवंबर 2009 को आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार है। इस हमले में 160 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें कई विदेशी नागरिक शामिल थे।
इसे अमेरिका द्वारा जून 2014 में एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया गया।
अमेरिका ने अप्रैल 2012 में सईद को मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में रखा और इसकी गिरफ्तारी और सजा के लिए जानकारी देने पर एक करोड़ डॉलर इनाम देने की घोषणा की।

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