प्रीति जिंटा खुद को मानती थीं टॉमबॉय
जन्मदिन पर विशेष
बॉलीवुड अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने खूबसूरती बिखेरती डिंपल वाली मुस्कान से दर्शकों का मन मोहती रही हैं। आज भी लोग उनकी प्यारी मुस्कान के कायल हैं। वह हिंदी फिल्मों के अलावा तेलुगू, तमिल, पंजाबी और अंग्रेजी फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। प्रीति जिंटा का जन्म 31 जनवरी, 1975 को शिमला हिमाचल प्रदेश में स्थित रोहरू में हुआ था। वह राजपूत परिवार से हैं। उनके पिता दुर्गानंद जिंटा भारतीय थलसेना में अफसर थे। सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। उस समय प्रीति महज 13 वर्ष की थीं।
पिता के साथ उनकी मां नीलप्रभा को गंभीर चोटें आईं, जिसके चलते वह दो साल तक बिस्तर पर ही रहीं। वह इस दुखद हादसे को अपने जीवन का अहम मोड़ बताती हैं। इस वजह से वह जल्द ही समझदार व गंभीर बन गईं। उनके दो भाई भी हैं- दीपांकर और मनीष, एक उनसे बड़ा और एक छोटा। दीपांकर भारतीय थलसेना में अफसर हैं और मनीष कैलिफोर्निया में रह रहे हैं।
बचपन में प्रीति खुद को एक टॉमबॉय के रूप में देखती थीं। उनकी शुरुआती पढ़ाई शिमला के कॉन्वेंट जीसस और मैरी बोर्डिग स्कूल से पूरी हुई। हालांकि, बोर्डिग विद्यालय में उन्हें अकेलापन महसूस होता था, लेकिन वहां के माहौल की वह खूब तारीफ किया करती हैं। उनका कहना है कि ये वो जगह थी, जहां उन्हें काफी अच्छे दोस्त मिले। वह पढ़ाई में बेहद होनहार छात्रा थीं, उन्हें साहित्य पढ़ना बेहद पसंद था।
प्रीति अपने खाली समय में बास्केटबॉल जैसे खेल खेलती थीं। स्कूली पढ़ाई खत्म होने के बाद उन्होंने सेंट बीड्स कॉलेज से अंग्रेजी में डिग्री हासिल की, फिर आपराधिक मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि अर्जित की।
इसके बाद उन्होंने मॉडलिंग में अपनी किस्मत आजमाई। उसी दौरान उनकी दोस्त की जन्मदिन की पार्टी में उनकी मुलाकात एक एड निर्देशक से हुई और उन्होंने उन्हें अपनी एड एजेंसी से एक विज्ञापन करने की सलाह दी, जिसके बाद उन्होंने विज्ञापन की दुनिया में कई विज्ञापन किए, जिनमें लिरिल साबुन और परक चॉकलेट प्रमुख है। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1998 की फिल्म ‘दिल से’ की और उसी वर्ष फिल्म ‘सोल्जर’ में फिर दिखीं। इन फिल्मों में अभिनय के लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नई अदाकारा का पुरस्कार प्रदान किया गया और आगे चलकर उन्होंने ‘क्या कहना में’ कुवारी मां की भूमिका निभाई, जिसे काफी सराहा गया।
इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में एक-एक बाद एक कई शानदार भूमिकाएं निभाईं। प्रीति अब तक के अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर चुकी हैं। उन्हें उनके बेहतरीन अभिनय के लिए उनकी पहली फिल्म ‘दिल से’ के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नई अदाकारा के पुरस्कार से नवाजा गया। इसके बाद साल 2003 में उन्हें फिल्म ‘कल हो ना हो’ के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अदाकारा के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वर्ष 2005 में प्रीति जिंटा को स्टारडस्ट और बीबीसी फिल्म कैफे के तरफ से भी ‘वीर जारा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार नवाजा गया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में टेलीविजन चैनल कलर्स के रियलिटी शो ‘गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड-अब इंडिया तोड़ेगा’ से की थी। वह इस शो में बतौर जज के रूप में दिखाई दी थीं। वर्ष 2015 में डांस बेस्ड रियलिटी शो ‘नच बलिए में’ भी बतौर जज नजर आई थी। इस शो में उनके अलावा चेतन भगत और मर्जी नजर आए थे।
इसके अलावा वह ‘सोल्जर’, ‘दिल से’, ‘दिल्लगी’, ‘हर दिल जो प्यार करेगा’, ‘मिशन कश्मीर’, ‘क्या कहना’, ‘दिल चाहता है’, ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’, ‘फर्ज’, ‘ये रास्ते हैं प्यार के’, ‘कल हो ना हो’, ‘कल हो ना हो’, ‘लक्ष्य’, ‘वीर-जारा’, ‘कभी अलविदा ना कहना’, ‘सलाम नमस्ते’, ‘ओम शांति ओम’, ‘जानेमन’, ‘झूम बराबर झूम’, ‘रब ने बना दी जोड़ी’, ‘इश्क इन पेरिस’ जैसी फिल्मों में दिखाई दीं।
प्रीति का पसंदीदा हॉलीडे स्पॉट ऑस्ट्रेलिया है। प्रीति जिंटा ने 2016 फरवरी में अमेरिका के व्यापारी गुडइनफ से गुपचुप शादी रचा ली। इस शादी में सिर्फ उनके करीबी ही शामिल हुए। शादी की एक तस्वीर तक किसी ने नहीं देखी। इसे लेकर उनकू फिल्मी दुनिया के दोस्तों में खासी नराजगी है।
प्रीति को जिस तरह उनकी बॉलीवुड की पहली फिल्म के लिए फिल्मफेयर पुरुस्कार से नवाजा गया। उसी तरह उन्हें उनके पहले अंतर्राष्ट्रीय किरदार कनेडियाई फिल्म ‘हेवन ऑन अर्थ’ के लिए सिल्वर ह्यूगो पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उन्हें यह पुरस्कार शिकागो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में प्रदान किया गया। वह इंडियन प्रीमियर लीग क्रिकेट टीम किंग्स पंजाब की सह-मालकिन भी हैं। बॉलीवुड में प्रीति की करीबी दोस्तों की सूची में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय, अमिताभ बच्चन जैसे सितारों के नाम प्रमुख हैं।