गांधी की हत्या करने वाली विचारधारा से लड़ रहा हूं : राहुल
ठाणे (महाराष्ट्र) | कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां कहा कि वह उस विचारधारा से लड़ रहे हैं, जिसने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की। भिवंडी की अदालत में पेश होने के बाद मीडिया से बातचीत में राहुल ने कहा कि गांधी की हत्या कर दी गई, लेकिन उनके विचारों और सिद्धांतों को मिटाया नहीं जा सकता। कांग्रेस उपाध्यक्ष मानहानि के एक मुकदमे के सिलसिले में अदालत में पेश हुए। यह मुकदमा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कायकर्ता राजेश कुंटे ने दायर किया था। राहुल ने 6 मार्च 2014 को भिवंडी में अपनी पार्टी की एक रैली में कहा था कि ‘गांधी को आरएसएस के लोगों ने मारा।’ उनका यह बयान कुंटे पर नागवार गुजरा। मुकदमे की अगली सुनवाई 3 मार्च को होगी।
राहुल की अदालत में पेशी महात्मा गांधी बलिदान दिवस पर हुई। आरएसएस के सदस्य नाथूराम गोडसे ने संगठन से इस्तीफा देने के बाद 30 जनवरी, 1948 को दिल्ली में राष्ट्रपिता के सीने पर तीन गोलियां दाग दी थीं। अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी उस समय एक प्रार्थना सभा में जा रहे थे। झाड़ियों में छिपे गोडसे ने नजदीक आकर गांधी को पहले प्रणाम किया, उसके बात उनके सीने पर गोलियां चला दीं। इस तरह आजाद भारत में अहिंसा के पुजारी का हिंसा से अंत कर दिया गया।
केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मार्गदर्शक संगठन यह मानने को तैयार नहीं है कि गांधी की हत्या ‘आरएसएस’ ने करवाई, क्योंकि उसके पास सबूत के तौर पर गोडसे का वह इस्तीफा है, जो उसने गांधी की हत्या करने से चंद दिनों पहले दिया था और उसके बाद हिंदू महासभा का सदस्य बन गया था।