इंग्लैंड ने भारत को दी 321 रनों की चुनौती
कोलकाता | इंग्लैंड ने ईडन गरडस स्टेडियम में चल रहे तीन मैचों की श्रृंखला के तीसरे और आखिरी एकदिवसीय मैच में भारत के सामने जीत के लिए 321 रनों का लक्ष्य रखा है। टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 320 रन बनाए। इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी रही। जेसन रॉय (65) और सैम बिलिंग्स (35) की सलामी जोड़ी ने बेहद सहजता के साथ खेलते हुए 98 रनों की साझेदारी की।
18वें ओवर की दूसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा ने भारत को पहली सफलता दिलाई। जडेजा की गेंद पर बिलिंग्स जसप्रीत बुमराह के हाथों लपके गए। जडेजा ने अपने अगले ही ओवर में रॉय के संघर्ष पर भी विराम लगाया। 56 गेंदों में 10 चौके और एक छक्का लगाकर आक्रामक अंदाज में खेल रहे रॉय क्लीन बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। हालांकि लगातार दो झटकों का इंग्लैंड पर कोई असर नहीं हुआ। कप्तान इयान मोर्गन (43) ने जॉनी बेयरस्टो (56) के साथ तीसरे विकेट के लिए छह की औसत से 84 रन जोड़े। 44 गेंद पर दो चौका और तीन छक्का लगाने के बाद मोर्गन 34वें ओवर की चौथी गेंद पर 194 के कुल योग पर पवेलियन लौटे। मोर्गन को हार्दिक पांड्या ने बुमराह के हाथों कैच कराया।
पांड्या ने जल्द ही भारत को एक और सफलता दिला दी। बेयरस्टो का साथ निभाने आए जोस बटलर (11) खास योगदान नहीं दे सके और 38वें ओवर की आखिरी गेंद पर जडेजा के हाथों लपके गए।
इसके बाद इंग्लैंड ने रनों की गति तेज करनी शुरू की, हालांकि इस प्रयास में बेयरस्टो और मोइन अली (2) जल्दी-जल्दी अपने विकेट गंवा बैठे। 43 ओवरों में इंग्लैंड 246 के स्कोर पर छह विकेट गंवा चुका था।
यहां से इंग्लैंड 300 के आस-पास पहुंचता दिख रहा था। लेकिन बेन स्टोक्स (नाबाद 57) और क्रिस वोक्स (34) ने सातवें विकेट के लिए करीब 11 की औसत की तेज गति से 73 रन बटोरते हुए इंग्लैंड को 320 रनों के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया।
आखिरी ओवर में इंग्लैंड के दो बल्लेबाज रन आउट हो पवेलियन लौटे। 40 ओवरों में चार विकेट पर 225 रन बना चुकी इंग्लैंड टीम ने आखिरी के 10 ओवरों में 95 रन जोड़े। भारत के लिए हार्दिक पांड्या ने तीन रवींद्र जडेजा ने दो और बुमराह ने एक विकेट के लिया। तीन मैचों की श्रृंखला में भारत पहले 2-0 से अजेय बढ़त हासिल कर चुका है।