शालिनी को सकारात्मक भूमिकाओं से अधिक लगाव
‘कुसुम’, ‘सात फेरे’, ‘देवों के देव.. महादेव’, ‘कुबूल है’ और ‘स्वरागिनी’ जैसे धारावाहिकों में अलग-अलग भूमिकाओं में नजर आ चुकीं अभिनेत्री शालिनी कपूर सागर का कहना है कि उन्हें सकारात्मक भूमिकाएं निभाना अधिक पसंद है, क्योंकि खलनायक की भूमिका व्यक्तिगत जीवन को बुरी तरह प्रभावित करती है। शालिनी ने कहा, “मैं सकारात्मक भूमिकाओं से अधिक जुड़ सकती हूं, क्योंकि मेरा मानना है कि जब भी मैं नकारात्मक भूमिका निभाती हूं, यह मेरे घर तक जाती है और यह मुझे पसंद नहीं। मैं अपने आसपास सकारात्मकता चाहती हूं।”
उन्होंने कहा, “टेलीविजन उद्योग शानदार है। यह पैसा और प्रसिद्धि अधिक देता है, लेकिन अगर एक शो काफी लंबे समय तक चलता है तो कलाकार ऊब जाते हैं, क्योंकि यह नीरस हो जाता है। इसलिए इसे जारी रखने के पीछे सिर्फ पैसा ही वजह बन जाता है।” टेलीविजन चैनल कलर्स के ‘स्वरागिनी’ में नजर आ चुकीं शालिनी कहती है कि वह आगे किसी रियलिटी शो या किसी पुरस्कार समारोह की मेजबानी करना चाहती हैं।
शालिनी ने कहा, “मैं किसी रियलिटी शो या पुरस्कार समारोह की मेजबान बनना चाहती हूं। मेरी कॉमेडी अच्छी है। अगर आप मुझे गंभीर पटकथा भी देते हैं तो मैं उसे मजाकिया बना दूंगी।”