राष्ट्रपति ने सत्यभामा विद्यापीठ के शताब्दी समारोह का किया उद्घाटन
कोलकाता | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया स्थित झालदा में झालदा सत्यभामा विद्यापीठ के शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने छात्रों का आह्वान किया कि वे शिक्षा की प्राप्ति के माध्यम से अपनी सभ्यता के मूल्यों को अक्षुण्ण बनाए रखें। उन्होंने झालदा सत्यभामा विद्यापीठ की शताब्दी के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम पर एक संग्रहालय की स्थापना करके अपनी शताब्दी को चिह्न्ति करने के लिए इसके प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने इस क्षेत्र के उन पांच युवकों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने क्रांतिकारी देशभक्त सत्य किंकर दत्ता से प्रेरित होकर स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन का बलिदान दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन शहीदों को निश्चित रूप से नमन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को इनके बलिदान के साथ-साथ चुआर विद्रोह के बारे में भी समुचित जानकारी दी जानी चाहिए, जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम का एक गौरवशाली अध्याय है और जिसका केंद्र झालदा था।
राष्ट्रपति ने स्वामी विवेकानंद को उद्धृत किया और कहा कि शिक्षा का उद्देश्य एक असली व्यक्ति बनना है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे शिक्षा प्राप्त करने और सहिष्णुता, दृढ़संकल्प एवं ईमानदारी के गुणों को अक्षुण्ण बनाए रखने का समान लक्ष्य तय करें। उन्होंने कहा कि इस तरह से वे अपनी महान सभ्यता के ध्वज को ऊंचा रखने में कामयाब साबित होंगे।