छत्तीसगढ़ में मलेरिया उन्मूलन की ओर निर्णायक कदम, 12वें चरण का अभियान जारी

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ सरकार ने मलेरिया उन्मूलन के लिए एक और ठोस पहल की है। ‘मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान’ का 12वां चरण 25 जून से शुरू किया गया है। यह चरण न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि जनस्वास्थ्य को लेकर सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है।
इस अभियान के तहत राज्य के 10 जिलों में घर-घर जाकर गहन सर्वेक्षण, त्वरित जांच और व्यापक जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। अब तक 19,402 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है, जिसमें 98,594 लोगों की रक्त जांच की गई। इनमें से 1,265 लोग मलेरिया पॉजिटिव पाए गए, जिन्हें तत्काल दवा की पहली खुराक दी गई। खास बात यह रही कि दवा देने से पहले मरीजों को स्थानीय भोजन उपलब्ध कराया गया, जिससे उपचार अधिक प्रभावी और सुरक्षित बन सके। साथ ही सभी मरीजों को उपचार कार्ड भी दिया गया ताकि नियमित फॉलोअप सुनिश्चित किया जा सके।
राज्य के बस्तर संभाग में मलेरिया के मामलों में 2015 की तुलना में 71% की कमी दर्ज की गई है। वहीं, राज्य का वार्षिक परजीवी सूचकांक (API) 27.40 से घटकर 7.11 तक आ गया है। ये आंकड़े बताते हैं कि छत्तीसगढ़ मलेरिया नियंत्रण और उन्मूलन की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहा हैं।