गौरीकुंड में भूस्खलन से पैदल मार्ग हुआ बंद, रोकी गई केदारनाथ यात्रा

देहरादून। उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश का असर चारधाम यात्रा पर भी साफ नजर आ रहा है। केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक अहम सूचना सामने आई है। गौरीकुंड से करीब एक किलोमीटर आगे छोड़ी गधेरे नामक स्थान पर भूस्खलन की वजह से पैदल यात्रा मार्ग गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है।
प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। घटनास्थल पर BRO और SDRF की टीमें राहत और मरम्मत कार्य में जुटी हैं। प्रशासन का कहना है कि जब तक मार्ग पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाता, तब तक किसी भी श्रद्धालु को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मुनकटिया स्लाइडिंग जोन में भी भूस्खलन, 50 से अधिक यात्री फंसे
सिर्फ छोड़ी गधेरे ही नहीं, सोनप्रयाग क्षेत्र के मुनकटिया स्लाइडिंग जोन में भी भारी भूस्खलन हुआ है। चट्टानों और मलबे के कारण पैदल मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया, जिससे करीब 40 से 50 यात्री बीच रास्ते में फंस गए। SDRF की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचाया गया।
प्रशासन ने मार्ग खोलने के लिए मशीनें लगा दी हैं और युद्धस्तर पर काम जारी है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और बिना अनुमति यात्रा न करें।
गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे भी बंद
भूस्खलन का असर अन्य धामों तक भी पहुंच गया है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भटवाड़ी के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उधर, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलाई बैंड, ओजरी और बनास के पास भूस्खलन और भूधंसाव के कारण रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध है।