प्रदेशराजनीति

बिहार में ‘चूड़ा-दही भोज’ के बहाने सियासी मिठास का प्रयास

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पटना | बिहार में कड़ाके की ठंड के बीच मकर संक्रांति के मौके पर राजनीतिक दलों ने ‘चूड़ा-दही भोज’ के बहाने सियासी माहौल में मिठास घोलने का प्रयास तेज कर दिया है। सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल जनता दल (युनाइटेड) ने भोज में जहां विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को आमंत्रित किया है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी भाजपा नेताओं को न्योता दिया है। वैसे मकर संक्रांति के मौके पर राजनीतिक दलों द्वारा ‘चूड़ा-दही भोज’ के आयोजन का यह कोई पहला मौका नहीं है। हां, इस बार इस भोज के ‘राजनीतिक रंग’ ज्यादा चटख जरूर देखने को मिलेंगे।
जद (यू) ने 15 जनवरी को भोज में भाजपा नेताओं को आमंत्रित करने की घोषणा की है। जद (यू) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि इस साल महागठबंधन के नेताओं के अलावा भाजपा के नेताओं को भी भोज में आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और मित्रों को ‘चूड़ा-दही भोज’ के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।”
इस भोज के जरिए भाजपा से रिश्ते में मिठास घोलने के प्रयास के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैंने उन्हें भोज के लिए आमंत्रित किया है। मिठास घोलना और नहीं घोलना, उनके ऊपर है।” संभावना जताई जा रही है कि सिंह ने यह घोषणा नीतीश कुमार से सहमति मिलने के बाद ही की है। जद (यू) के एक नेता ने बताया कि इस भोज में चूड़ा, दही, तिलकुट, मिठाई और सब्जी खिलाई जाएगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने हालांकि कहा कि फिलहाल जद (यू) की ओर से ऐसा कोई आमंत्रण भाजपा को नहीं मिला है, उन्हें भी यह जानकारी सिर्फ मीडिया के जरिए मिल रही है। उन्होंने कहा कि जब निमंत्रण मिलेगा तो यह फैसला लिया जाएगा कि भोज में शामिल हुआ जाए या नहीं।
सरकार में साझीदार राजद द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर मकर संक्रांति के मौके पर दो दिन यानी 14 और 15 जनवरी को ‘चूड़ा-दही भोज’ का आयोजन किया जा रहा है। 15 जनवरी को अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए भोज का आयोजन किया गया है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बताया, “इस भोज में महागठबंधन के नेताओं के अलावा भाजपा नेताओं को भी आमंत्रित किया जा रहा है।”
राजद के आमंत्रण पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा, “अगर लालू प्रसाद सरकारी आवास छोड़कर अपने पैतृक आवास पर भोज का आयोजन करते हैं और भाजपा को आमंत्रित करते हैं, तब हम गांव के भैंस के दूध से जमाए गए शुद्ध दही कई हांडियों में लेकर जाएंगे।” वैसे, इस भोज में राजद और जद (यू) नेताओं का पहुंचना तय माना जा रहा है। भाजपा को भोज में निमंत्रित करने को लेकर एकबार फिर राजनीति समीकरण को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि जद (यू) अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र सरकार की नोटबंदी का समर्थन कर चुके हैं और गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव के मौके पर पटना पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश की प्रशंसा कर चुके हैं। भाजपा ने शराबबंदी को लेकर 21 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला में भी भाग लेने की घोषणा की है।

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