ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप
बांदा | उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के बिसंड़ा थाना के चौसड़ गांव के ग्राम प्रधान और बीडीसी सदस्य के खिलाफ एक युवती ने अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला दर्ज कराया है। यह जानकारी थानाध्यक्ष ने दी। थानाध्यक्ष बिसंड़ा महेश सिंह ने बताया, “मध्य प्रदेश के सतना जिले की एक 18 वर्षीय युवती ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर आरोप लगाया कि वह अपने ननिहाल चौसड़ गांव आई हुई थी। पांच जनवरी की तड़के जब वह सरकारी हैंडपंप पर पानी भरने गई तो गांव के ग्राम प्रधान शिवराम कुशवाहा, क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश कुशवाहा और चंद्रशेखर कुशवाहा उसे अगवा कर लोडर गाड़ी से अतर्रा ले गए और चलती गाड़ी में तीनों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।”
थानाध्यक्ष ने बताया, “एसपी के आदेश पर युवती की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराने के बाद मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया।” उधर, आरोपी ग्राम प्रधान शिवराम कुशवाहा का कहना है, “गांव का पूर्व प्रधान चुन्नू खां पिछला चुनाव उससे हार गया था। इसी खुन्नस से उसने अपनी रिश्तेदारी की एक लड़की से झूठा मामला दर्ज कराया है।”
उसने आरोप लगाया कि लड़की ने सतना जिले में भी कई लोगों के खिलाफ अलग-अलग दुष्कर्म के तीन मामले दर्ज करा चुकी है और बाद में आरोपियों से पैसा लेकर सुलह कर लिया। वहीं कथित आरोपी क्षेत्र पंचायत (बीडीसी) सदस्य रमेश कुशवाहा ने कहा, “पूर्व ग्राम प्रधान चुन्नू खां के बेटे पिंकी खां ने अपने दो अन्य साथियों के साथ गांव की एक दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस मामले में वह गवाह रहा है। गवाही देने पर उसके बेटे को दस साल की सजा हुई और वह अब भी जेल में बंद है। बदले की भावना से पेशेवर लड़की की पैरवी कर उसने झूठा मुकदमा दर्ज कराया है।” उसने बताया कि चुन्नू खां को गांव के दो लोगों की हत्या की कोशिश के मामले में भी दस साल की सजा हुई है और वह अभी जमानत पर बाहर है।