जरूरत पड़ी तो बल प्रयोग से संकोच नहीं : जनरल रावत
नई दिल्ली | भारतीय सेना के नए प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि राष्ट्र शांति और सौहार्द चाहता है लेकिन अगर जरूरी हुआ तो ‘बल प्रयोग करने में संकोच नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे देश और हमारी सेना की कोशिश शांति और सौहार्द की है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। हम हर तरीके से सक्षम हैं और यदि जरूरी हुआ तो हम बल प्रयोग से संकोच नहीं करेंगे।’
उन्होंने कहा कि सेना के दृष्टिकोण और इसके महत्व के क्षेत्र में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
जनरल बिपिन रावत ने नए साल के प्रथम दिन सेना का पदभार ग्रहण किया। रावत ने साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर के निरीक्षण के बाद यह बातें कहीं।
अपने से वरिष्ठ दो लेफ्टिनेंट जनरल को नजरअंदाज कर सेना प्रमुख बनाए जाने के सवाल पर जनरल रावत ने कहा, “यह सरकार का फैसला है। मैं उन सभी अधिकारियों का सम्मान करता हूं। बीते समय में हमने साथ काम किया है और मैं पूरे विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि हम सेना को मजबूत करने के लिए लगातार साथ काम करते रहेंगे।”
एक असाधारण फैसले में वरिष्ठतम लेफ्टिनेंट आर्मी जनरल को सेना प्रमुख के रूप में मनोनीत करने की परंपरा को नजरअंदाज कर सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीन बख्शी और लेफ्टिनेंट जनरल पी.एम. हारिज की जगह जनरल बिपिन रावत को चुना। इससे पहले दिन में जनरल रावत ने भारतीय सशस्त्र बलों के शहीद जवानों को इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने जनरल दलबीर सिंह के 31 दिसंबर को सेना प्रमुख पद से सेवानिवृत्त होने के बाद कार्यभार ग्रहण किया है।