इंफाल में बम की धमकी को लेकर पत्रकारों का प्रदर्शन
इंफाल | इंफाल में सभी संपादकों और संवाददाताओं ने सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक धरना देकर बम की धमकी का विरोध जताया। एक दिन पहले स्थानीय संपादकों को बम की धमकी दी गई थी। अखबारों ने विरोधस्वरूप संपादकीय के स्थान खाली रखे। बुधवार को स्थानीय समाचार पत्र नहीं वितरित होंगे। प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों ने कहा कि सांध्यकालीन अखबार पंडम के दफ्तर में चीनी हैंडग्रेनेड रखे गए थे। एक व्यक्ति ने फोन करके कर्मचारियों को बताया कि कार्यालय के अंदर एक बम रखा है। फोन करने वाले ने खुद को कंगलेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी (सैन्य परिषद) (केसीपी-एमसी) का सदस्य बताया।
इसके बाद प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पुलिस कार्यालय पर पहुंची। पुलिस ने एक छोटे हथगोले को पॉलीथिन बैग में रखा हुआ पाया। ग्रेनेड के साथ हाथ से लिखा हुआ नोट भी था जिसमें लिखा था, “यह संपादकों के लिए नए साल का तोहफा है।” कोई दूसरा विवरण नहीं दिया गया था। इसके बाद मणिपुर के संपादकों ने तुरंत एक आपात बैठक बुलाई और घटना की कड़ी निंदा की गई।
पत्रकारों के प्रवक्ता ने कहा, “पत्रकार चौबीसो घंटे लोगों की सेवा के लिए काम कर रहे हैं। यह निंदनीय है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।”
ऑल मणिपुर वर्किं ग जर्नलिस्ट यूनियन ने भी घटना की कड़ी निंदा की है। पत्रकारों के प्रदर्शन के दौरान मणिपुर एडिटर्स गिल्ड के पदाधिकारियों से किसी ने फोन पर बात की, खुद को केसीपी (एमसी) का सदस्य बताया और कहा कि ग्रेनेड रखने में उसके संगठन का कोई हाथ नहीं है।