स्टिंग मामले में रावत नहीं जाएंगे कोर्ट
नई दिल्ली। स्टिंग मामले में मुख्यमंत्री हरीश रावत को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन अब खबर है कि वे कोर्ट नहीं जाएंगे। दो दिन पहले उन्हें समन जारी किया गया था। इससे पहले भी वे दो बार सीबीआई के सामने पेश हो चुके हैं। समन पर रावत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से ठीक पहले उन्हें सीबीआई से समन जारी करने के पीछे सरकार की साजिश है।
सीबीआई ने मुख्यमंत्री हरीश रावत को समन जारी कर 26 को को कोर्ट में पेश होने को कहा था। रावत का कहना है कि बीजेपी को पता है कि वो रावत से चुनाव में मुकाबला नहीं कर सकती है, इसलिए ऐसा दांव खेल रही है। यहां पुलिस लाइन के सम्मेलन कक्ष में पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री ने फिर से स्टिंग आपरेशन को साजिश बताया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन में राज्यपाल ने केंद्र से सीबीआई जांच की सिफारिश की थी जबकि निर्वाचित सरकार ने संस्तुति नहीं की। यदि ऐसे ही सीबीआई जांच होती रहीं तो कोई नहीं बचेगा। राष्ट्रपति शासन स्टिंग के आधार पर लगाया था लेकिन उसे सुप्रीम कोर्ट ने नकार दिया। फिर स्टिंग मामले में जांच बनती ही नहीं है। जब किसी विधायक को खरीदा ही नहीं गया तो खरीद-फरोख्त की बात कहां से आई।
इस पूरे मामलें में मैं पूरी तरह से बेगुनाह हूं। यह विपक्ष की एक सोची समझी साजिस है।