खेल कूद से दूर रहने वाली लड़कियां होती हैं मोटापे का शिकार
युवा लड़कियां जो दौड़ने, पकड़ने या संतुलन बनाने वाले खेलकूद (मौलिक गतिविधि कौशलों) में खराब प्रदर्शन करती हैं, उनमें समान तरह के कम कौशल वाले लड़कों की तुलना में मोटापे से ग्रस्त होने की संभावना ज्यादा होती है। पिछले अध्ययनों से पता चलता है कि प्राथमिक स्कूल के बच्चों, जिनमें वजन व ऊंचाई का अनुपात ज्यादा होता है, उनमें मौलिक गतिविधि कौशलों की खराब संभावना पाई गई।
नए शोध में दल ने दौड़ने, पकड़ने और संतुलन वाले कौशलों का आकलन किया। इसमें 250 लड़कियों और लड़कों के इन कौशलों को देखा गया, जिनकी उम्र 6-11 साल थी। इसमें उनके मौलिक गतिविधि कौशल (एफएमएस) को कम, मध्यम या उच्च वर्ग में रखा गया।
शोधकर्ताओं ने बच्चों की शारीरिक चर्बी और गतिविधि कौशलों दोनों के संबंधों को जांचने के लिए का अध्ययन किया। इसमें शारीरिक गतिविधि में अभ्यस्त बच्चों का भी ख्याल रखा गया। इसके परिणाम से पता चलता है कि कम मौलिक गतिविधि कौशल वाली लड़कियों में ज्यादा एफएमएस वाले लड़कों व लड़कियों की तुलना में मोटापा ज्यादा पाया गया।
ब्रिटेन के कोवेंट्री विश्वविद्यालय के प्रोफेसर माइक डंकन ने कहा, “हमने जो पाया वह महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह रणनीति की समीक्षा करने व लड़कियों में दौड़ने-भागने वाले कौशलों को बढ़ावा देने का इशारा करता है।” डंकन ने कहा, “अगला बड़ा सवाल यह है कि विकास में देरी की वजह से कुछ लड़कियों और लड़कों में गतिविधि कौशल देरी आती है। यह बच्चों में नुकसानदेह वजन का कारण हो सकता है।”
इस शोध की रिपोर्ट हाल ही में नाटिंघम में हुई ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ स्पोर्ट एंड एक्सरसाइज साइंसेज कान्फ्रेंस 2016 में पेश की गई।