नोटबंदी के बाद जनता ने चंडीगढ़ में भाजपा को जिताया
चंडीगढ़। नोटबंदी की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी को पूरे देश में हुए विभिन्न चुनावों में लगातार सफलता मिली है। इसी क्रम में चंडीगढ़ निगम चुनाव के नतीजे भी भाजपा के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं। पार्टी को यहां बंपर जीत हासिल हुई है।
कांग्रेस ने सिर्फ चार सीटें जीतीं
अभी तक की मतगणना में 26 सीटों में से 21 पर बीजेपी-अकाली गठबंधन ने जीत दर्ज की है। इनमें से 20 सीटें बीजेपी ने, जबकि 1 सीट अकाली ने जीती है। उधर, कांग्रेस के हिस्से सिर्फ 4 सीटें आई हैं, जबकि निर्दलीय ने 1 सीट जीती है। भाजपा ने जीत का जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है। स्पष्ट है कि भाजपा इन नतीजों को इस बात से ही जोड़ेगी कि तमाम तकलीफों को झेलने के बाद भी लोग मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के साथ खड़े हैं।अभी तक चंडीगढ़ नगर निगम पर भारतीय जनता पार्टी का ही कब्जा था, मेयर भी भाजपा का ही था। ऐसे में पार्टी को आशंका थी कि कहीं नोटबंदी से हो रही तकलीफ लोगों को नाराज न कर दे। कांग्रेस इन हालात में अपने लिए बढ़िया मौका देख रही थी।यही वजह थी कि चुनाव प्रचार में दोनों ही मुख्य दलों ने पूरी ताकत के साथ प्रचार किया था। कांग्रेस ने जहां लोगों को नोटबंदी से हो रही दिक्कतों को मुद्दा बनाया, वहीं बीजेपी नेताओं ने इसके फायदे गिनाए थे।बीजेपी ने किरण खेर और अनुराग ठाकुर जैसे बड़े चेहरों को यहां प्रचार में उतारा। वहीं कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता पवन बंसल को पार्टी को जिताने की जिम्मेदारी सौंपी थी।