देहरादून। उत्तराखंड मूल के जनरल विपिन रावत को थल सेना अध्यक्ष बनाये जाने का कांग्रेस के आला कमान भले ही विरोध कर रहा है, लेकिन प्रदेश के कांग्रेस मुख्यमंत्री हरीश रावत इस फैसले से बहुत खुश हैं। अपने पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में रावत ने कहा कि समय मिला तो वो इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद भी अदा करेंगे। जनरल रावत की नियुक्ति उनकी काबिलियत के आधार पर किया गया हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है। शीर्ष नेतृत्व के स्तर से किये जा रहे विरोध पर रावत टिपण्णी करने से बचते रहे।
चैन के सवालों पर सफाई से टालते हुए उन्होंने कहा कि शीर्ष स्तर पर जनरल रावत की नियुक्ति पर आपत्ति नहीं की जा रही है। बल्कि चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया गया है।
रावत के इस रुख के लिए जनरल रावत के प्रति जनभावनाओं को आधार माना जा रहा है। चुनाव करीब देख मुख्यमंत्री ऐसा कुछ नहीं कहना चाहते जिसका राजनीतिक सन्देश गलत जाए। वैसे भी संभावना है कि भाजपा सुरक्षा संस्थानों में उत्तराखंड के अधिकारियो की नियुक्ति को चुनाव में अपने पक्ष में मुद्दा बना सकती है। पहली बार राज्य के अधिकारी एक साथ पांच शीर्ष पदों पर नियुक्त हैं।
रावत से अलग, अम्बिका ने जताया विरोध
कांग्रेस की राज्य प्रभारी अम्बिका सोनी ने इशारों-इशारों में सुरक्षा संस्थानों में उत्तराखंड मूल के अधिकारियों की हालिया नियुक्तियों पर सवाल उठा दिया। मुख्यमंत्री के मुस्लिम कर्मचारियों को नमाज के लिए विशेष छुट्टी देने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सोनी ने कहा कि इस फैसले के आधार पर कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप पर अंगुली नहीं उठाई जा सकती। हमारी पार्टी धर्मनिरपेक्ष को देखते हुए काम करती है और देश पार्टी से पहले है।