पोस्टमैन के घरजमाई बनने की कहानी है ‘गोपी भिना’
नई दिल्ली | उत्तराखंडी फीचर फिल्म ‘गोपी भिना’ एक पोस्टमैन के घरजमाई बन जाने की कहानी है। अनमोल प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मात्री मीनाक्षी भट्ट के नेतृत्व में प्रोडक्शन मैनेजर जगजीवन कन्याल व हस्ती अशोक मल्ल के निर्देशन में बनी यह फिल्म 16 दिसंबर को रिलीज हुई। पारिवारिक हास्य एवं मनोरंजन से भरपूर फिल्म ‘गोपी भिना’ में मुख्य भूमिका निभाई है हिंदी सिनेमा जगत के चर्चित कलाकार हेमंत पांडे, हिमानी शिवपुरी, त्विशा भट्ट, अशोक मल्ल, संजय सिलौडी और हास्य कलाकार मंगल चौहान ने।
इनके अलावा स्थानीय कलाकारों में जनार्दन उप्रेती, हेमराज बिष्ट, दिलीप वल्दिया, भुवन पांडे, यशवंत महर, राजेंद्र भट्ट, सतीश जोशी, दीपक गुप्ता, प्रकाश जोशी, ज्यंती धामी, मुन्नी टम्टा, गोविंद सिंह बिष्ट, शमशेर महर व विप्लव भट्ट शामिल हैं। इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग पिथौरागढ़ शहर के ही विभिन्न क्षेत्रों में हुई है। उसके अलावा उत्तराखंड के कई रमणीक स्थानों, हसीन वादियों की झलकियां भी मन को प्रसन्न करने वाली हैं। अपनी बोली, अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समाजसेवी मीनाक्षी भट्ट के प्रयास से यह फिल्म बनी है।
फिल्म का नायक गोपी पढ़ा-लिखा होने के बाद भी कहीं कोई नौकरी न मिलने के कारण अंत में पोस्टमैन की नौकरी के लिए रखी गई शर्त को स्वीकार करता है और घरजमाई बनकर अपनी जिंदगी की शुरुआत करता है। वह पत्नी के मोटापे और उसकी कटुताभरी जुबान से परेशान रहता है। पति-पत्नी में मनमुटाव तो रहता ही है, साथ ही सास के ताने भी उसे सुनने पड़ते हैं। घर के अलावा ऑफिस में भी किसी न किसी कारण कुछ विलंब से पहुंचने पर महिला पोस्टमास्टर की डांट खाता रहता है।
गोपी अपने गांव की पूजा में जब देवी मां के दर्शन पाता है और देवी मां उससे वरदान मांगने को कहती है, तब गोपी अपनी परेशानी से निजात पाने के लिए देवी मां से औरतों के मन की बात जानने का वरदान मांग बैठता है। मां से उसे यह वरदान मिल जाता है, पर इससे उसकी परेशानी कम होने की जगह और बढ़ जाती है।