तंजानिया ने जीका के खतरे को किया खारिज
दार अस सलाम | तंजानिया के स्वास्थ्य प्रशासन ने देश में जीका वायरस फैलने से संबंधित रिपोर्ट खारिज कर दी है। उसका कहना है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को अभी इसकी पुष्टि करनी है। तंजानिया की स्वास्थ्य मंत्री उम्मी मवालिमु ने बताया कि किसी भी बीमारी के सामने आने पर डब्ल्यूएचओ द्वारा उसकी पुष्टि करना और ऐलान करना जरूरी होता है।
जीका वायरस सबसे पहले 70 वर्ष पहले युगांडा के बंदरों में पाया गया था। 2016 की शुरुआत में अमेरिकी देशों में जीका वायरस मनुष्यों में बड़ी तेजी से फैला। जीका वायरस से संक्रमित महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण पर गंभीर असर पड़ता है और इससे पीड़ित बच्चे माइक्रोसिफेली (मस्तिष्क संबंधी समस्या) के शिकार हो सकते हैं।
उम्मी के मुताबिक, देश में अभी तक जीका वायरस के किसी भी मामले की पुष्टि नहीं की गई है। जीका अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैल चुकी बीमारी है, जिसकी चीफ गवर्मेट मेडिकल ऑफिसर के कार्यालय के सहयोग से डब्ल्यूएचओ द्वारा पुष्टि करना आवश्यक है।