उत्तर प्रदेश के विकास की राह में रोड़ा बन रहे सपा-कांग्रेस और बसपा: अमित शाह
एटा। सपा, बसपा और कांग्रेस को ‘जहरीले सांपों’ के समान बताते हुए भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि ये दल उत्तरप्रदेश के विकास को ‘रोक’ रहे हैं और अपने युवाओं को छोटे-मोटे कामों के लिए अन्य राज्यों में पलायन कर जाने के लिए विवश कर रहे हैं। शाह ने इन दलों और तृणमूल कांग्रेस पर नोटबंदी के खिलाफ ‘लामबंद’ हो जाने के लिए हमला बोला। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की खासतौर पर आलोचना करते हुए कहा कि केंद्रीय मदद को ‘चाचा-भतीजे ने हड़प लिया’ और उन्हें अपने पांच साल के शासन में किए गए गलत कामों का जवाब देना होगा। शाह ने यहां भाजपा की परिवर्तन रैली में कहा, ‘सपा, बसपा और कांग्रेस और कुछ स्थानों पर अजित सिंह (रालोद) सांपनाथ और नागनाथ की तरह उत्तरप्रदेश के विकास को एकसाथ मिलकर रोक रहे हैं।’
सपा सरकार को अपने गलत कार्यों का हिसाब देना होगा
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तरप्रदेश में गरीबों और किसानों के कल्याण के लिए केंद्र की मदद बर्बाद गई क्योंकि इसका लाभ तय लोगों तक पहुंचा ही नहीं। इस मदद से समाजवादी पार्टी के नेताओं के खजाने भर गए और ‘आप देख ही सकते हैं कि उनके रहने के छोटे-छोटे मकान सपा शासन के दौरान महलों में बदल गए।’ शाह ने कहा, ‘उन्हें अपनी सरकार के पांच साल के दौरान किए गए गलत कामों के लिए पहला जवाब जनता को देना होगा।’ शाह ने कहा कि अखिलेश को सबसे पहले मथुरा के लिए जवाब देना होगा, जहां सरकार की जमीन पर वर्षों से अतिक्रमण किया गया था, बुलंदशहर के लिए जवाब देना होगा, जहां सामूहिक बलात्कार किया गया और उनके मंत्री आजम खान ने इसका मजाक बनाया और इस एटा के लिए जवाब देना होगा, जहां 100 लोगों ने जहरीली शराब के कारण अपनी जान गंवाई। उन्होंने अखिलेश और उनके चाचा एवं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का संदर्भ देते हुए कहा, ‘राज्य को भारी आर्थिक मदद दी गई थी लेकिन चाचा-भतीजे ने उसे हड़प लिया।’ शाह ने कहा कि उत्तरप्रदेश के युवा पूरे देश के विकास में लगे हैं लेकिन उनके अपने राज्य में सुविधाओं का अभाव है। पिछले 15 साल में भ्रष्टाचार करने वाले लोग तो बदले हैं लेकिन स्थिति में सुधार नहीं आया है।
नोटबंदी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के जहाज की हवा निकाल दी है
उन्होंने कहा, ‘उत्तरप्रदेश में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार है, और कुछ भी नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे उत्तरप्रदेश के युवाओं को दूसरे राज्यों में टैक्सी चलाते देख या मजदूरों के रूप में काम करते देखकर बुरा लगता है। (वे ऐसा इसलिए करते हैं) क्योंकि उनके अपने राज्य में कोई अवसर ही नहीं है।’ शाह ने कहा कि सिर्फ भाजपा सरकार ही यह सुनिश्चित कर सकती है कि वे अपने जिले में काम करें और अपने माता-पिता एवं परिवार के साथ रहें। विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि नोटबंदी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के जहाज की हवा निकाल दी है और राहुल बाबा रोज पदयात्राएं कर रहे हैं।’ शाह ने कहा, ‘बेहतर होगा कि राहुल बेरोजगारी, गरीबी और भुखमरी के खिलाफ यात्राएं निकालें। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वह संप्रग और राजग सरकार के बीच तब तक अंतर नहीं देख सकेंगे, जब तक वे ‘अपनी आंखों से इतालवी चश्मे’ नहीं हटा लेंगे। शाह ने कहा, ‘वह पूछते हैं कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद क्या बदलाव आया है। वह इसे नहीं देख सकते क्योंकि उन्होंने अपनी आंखों पर इतालवी चश्मा पहना हुआ है।’