बीजेपी में लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने के लिए आडवाणी जी का बहुत-बहुत शुक्रिया : राहुल गांधी
नई दिल्ली। आहत आडवाणी पर आज राहुल गाँधी मरहम लगाते दिखे। संसद की कार्यवाही बार-बार बाधित होने पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की ओर से लोकसभा में जाहिर की गई नाराजगी के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि पूर्व उप-प्रधानमंत्री अपनी पार्टी के भीतर ‘‘लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ रहे’’ हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘‘तानाशाही’’ का आरोप लगा चुके राहुल ने ट्वीट किया, ‘‘आडवाणी जी, अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने पर आपका शुक्रिया.’’ राहुल ने यह टिप्पणी तब की जब कुछ ही घंटे पहले आडवाणी ने लोकसभा में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था, ‘‘मेरा तो मन कर रहा है कि इस्तीफा दे दूं.’’ नोटबंदी के मुद्दे पर संसद का शीतकालीन सत्र लगभग पूरी तरह ठप रहने को लेकर आडवाणी ने यह बात कही थी.
आडवाणी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से अपनी भावनाएं साझा कीं
सदन के दिनभर के लिए स्थगित होने से पूर्व आडवाणी ने पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से अपनी भावनाएं साझा कीं जिन्होंने इसके बाद समीप खड़े गृह मंत्री राजनाथ सिंह से कुछ कहा. राजनाथ ने आडवाणी की बात तो सुनी लेकिन वह कोई प्रतिक्रिया देते नहीं दिखे. आडवाणी राजनाथ सिंह को यह कहते हुए सुने गए कि वह स्पीकर से कल सुचारू रूप से सदन चलाने और नोटबंदी पर चर्चा सुनिश्चित करने को कहें.
धन्यवाद आडवाणी जी, अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने के लिए’
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को धन्यवाद दिया है। दरअसल, आडवाणी ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लगातार हंगामा होने पर नाराजगी जताई थी। जिसके बाद राहुल ने ट्वीट कर लिखा, ”धन्यवाद आडवाणी जी, अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने के लिए’। आडवाणी ने गुरुवार को कुछ सांसदों से बातचीत में कहा था कि वह सोचते हैं कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। आडवाणी से बातचीत का हवाला देते हुए टीएमसी सांसद इदरीस अली ने एएनआई को यह जानकारी दी थी। संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो रहा है और पूरे सत्र में कोई प्रभावी कामकाज नहीं हो सका। नोटबंदी व अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते एक दिन भी संसद की कार्रवाई सुचारू रूप से नहीं चल सकी। लोकसभा और राज्यसभा, दोनों जगह नोटबंदी पर बहस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी को लेकर विपक्ष अड़ा रहा है।
कांग्रेस ने अपने अहंकार की वजह से पूरी संसद ठप कर रखी है
राहुल गांधी ने आडवाणी को धन्यवाद दिया तो कई यूजर्स हैरान हो गए। कुछ लोगों ने मोदी के अति-उत्साही समर्थकों (सोशल मीडिया पर उन्हें भक्त कहा जाता है) पर चुटकी ली। दिलशाद मलिक ने लिखा, ‘भक्तों को मिर्ची लग गयी बर्नोल लगा लो भाई।’ देविका ने लिखा कि ‘सबको पता है कि सरकार नहीं, बल्कि विपक्ष खासकर कांग्रेस ने अपने अहंकार की वजह से पूरी संसद ठप कर रखी है।’ अहमद नवाजी ने लिखा, ‘धन्यवाद आडवाणी जी, पर आज आपने ने आधिकारिक रूप से ये ऐलान कर दिया कि उन्हें राष्ट्रपति बनने का शौक नहीं है।’