राजद, जद (यू) ने शराब बिक्री पर प्रतिबंध के न्यायालय के फैसले को सराहा
पटना | सर्वोच्च न्यायालय द्वारा देशभर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गो के किनारे 500 मीटर के दायरे में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिए जाने के फैसले का बिहार में सत्तााधरी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल (युनाइटेड) ने स्वागत करते हुए इस फैसले की सराहना की है। राजद अैर जद (यू) के नेताओं का मानना है कि बिहार सरकार के राज्य में शराबबंदी के फैसले को गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एक तरह से वैधानिक मान्यता मिल गई है। जद (यू) के महासचिव क़े सी़ त्यागी ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जद (यू) के सभी लोग इस फैसले से खुश हैं। उन्होंने न्यायालय के फैसले की सराहना करते हुए कहा, “पार्टी ने शराबबंदी का फैसला किया और तमाम आलोचनाओं के बावजूद अपने फैसले पर आज भी अडिग है।”
उन्होंने कहा, “बिहार सरकार की शराबबंदी की नीतियों पर अदालत ने मुहर लगाई है। हमारे फैसले को संवैधानिक स्वीकृति मिली है। देश की सर्वोच्च अदालत ने भी माना है कि शराबबंदी होनी चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुहिम रंग ला रही है।” राजद नेता आलोक मेहता ने अदालत के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस फैसले से राजमार्गो पर हो रही दुर्घटनाओं में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की शराबबंदी का फैसला अब देशभर में नजीर बनेगा।
सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को राज्यों और गैर सरकारी संगठनों की ओर से दायर याचिकाओं पर सुनवाई के बाद देश भर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गो के दोनों ओर 500 मीटर के दायरे में शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार ने राज्य में अप्रैल महीने से शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है।