मरीज की मौत बाद दिल्ली सरकार ने खरीदे वेंटिलेटर
नई दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी स्थित लोकनायक अस्पताल में वेंटिलेटर नहीं होने के कारण एक मरीज की मौत के बाद दिल्ली सरकार ने 125 नए वेंटिलेटर खरीदने का सोमवार को दावा किया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वेंटिलेटर नहीं होने के कारण निजामुद्दीन नामक मरीज को सर्जरी के बाद अंबु-बैग (मैनुअल रिससाइटैशन डिवाइस) पर रखा गया था। लेकिन शनिवार को उसकी मौत हो गई। इस रिपोर्ट के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मौजूदा क्षमता में इजाफा करने के लिए सरकार ने कई वेंटिलेटर खरीदे हैं।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, “हमारी कमी को उजागर करने के लिए शुक्रिया टीओआई। 125 नए वेंटिलेटर खरीदे गए हैं, जबकि पहले से 80 मौजूद हैं। 15-20 दिनों में इसे अस्पताल में लगा दिया जाएगा।” अस्पताल में सुविधाओं की कमी के कारण मरीज को अंबु-बैग पर रखने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की खिंचाई भी की। उन्होंने कहा, “सत्येंद्र, यह स्वीकार्य नहीं है।”
निजामुद्दीन की मौत से आरोपों-प्रत्यारोपों का खेल भी शुरू हो गया। सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल का सहयोग करने से इंकार कर दिया। जैन ने रविवार को ट्वीट किया, “लापरवाही के कारण लोकनायक अस्पताल में एक मरीज की मौत हुई है। मैंने स्वास्थ्य सचिव से आग्रह किया कि वह मेरे साथ अस्पताल पहुंचें। लेकिन उन्होंने कार उपलब्ध न होने का हवाला देते हुए आने से इंकार कर दिया।” उन्होंने कहा, “शर्मनाक! उपराज्यपाल ने सबसे अक्षम, बेकार व असंवेदनशील भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी को स्वास्थ्य सचिव नियुक्त किया है।”