पुष्कर महोत्सव में दलेर मेंहदी ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया
पुष्कर | संगीत, योग, ध्यान के महोत्सव ‘श्री सीमेंट-द सैकड्र पुष्कर’ के पहले दिन खूबसूरत सजे हुए जयपुर घाट पर सूफी और शास्त्रीय गायकों ने अपने बेहतरीन गायन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। शनिवार के कार्यक्रम में खास तौर से लोकप्रिय पंजाबी गायक दलेर मेंहदी ने शानदार गीत गाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। टीमवर्क आर्ट्स की देखरेख में अयोजित यह महोत्सव एक समग्र और आत्मिक अनुभव प्रदान कर रहा है। देशी-विदेशी सभी इसका लुत्फ ले रहे हैं।
योग, ध्यान, आर्गेनिक फूड बनाने जैसे कार्यक्रमों के बाद मंच संगीतमयी प्रस्तुति से रोशन हो उठा। श्रोता भी गायकों का खूब उत्साहवर्धन कर रहे थे। शाम की मनमोहक आरती व शंखनाद के साथ जयपुर घाट पर संगीतमयी धारा प्रवाहित होने लगी। मशहूर पखवाज वादक पंडित भवानी शंकर ने अपने समूह ‘साउंड ऑफ एशिया’ के साथ प्रस्तुति दी।
कबीर के दोहों को सुनाने वाली शबनम वीरमानी ने दर्शकों को ‘माला रो मानियो’ और अन्य भक्ति कविताएं व सूफी गीत सुनाकर भावविभोर कर दिया। दक्षिण अफ्रीकी कैपेला गायन समूह के चार सदस्यों ने ‘द सोआयल’ गीत को प्रस्तुत किया। दलेर मेंहदी ने लोकप्रिय सूफी और शास्त्रीय गीत गाए। उन्होंने नूर-ए-इलाही, नमो-नमो, बिस्मिल्लाह, अल्लाह हू, और राम नाम आदि गीत गाए। कई अन्य कार्यक्रमों के साथ रविवार को इस महोत्सव का समापन हो जाएगा।