व्यवधान के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित
नई दिल्ली | राज्यसभा में गुरुवार को भी नोटबंदी के मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच घमासान बरकरार रहा। बार-बार के व्यवधान के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। भोजनावकाश के बाद दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सभापति हामिद अंसारी ने सदस्यों से नोटबंदी पर चर्चा शुरू करने को कहा। लेकिन, विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शरू कर दी, जिसके जवाब में सत्ता पक्ष के कुछ सदस्यों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी।
सभापति ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले इसी मुद्दे पर दो बार कार्यवाही स्थगित हो चुकी थी। दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने नोटबंदी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। तब अंसारी ने हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।इससे पहले पूर्वाह्न् 11 बजे ऊपरी सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद ही स्थगित करनी पड़ी थी।
सुबह कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के कारण अब तक 100 से भी अधिक लोग मारे जा चुके हैं।केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि विपक्ष इसे हर रोज मुद्दा बना रहा है, हालांकि इस पर बहस शुरू की जा चुकी है।उन्होंने कहा, “आठ नवंबर भारत के इतिहास में हमेशा एक ऐतिहासिक दिन रहेगा।”विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नोटबंदी के कारण कई शादियों में व्यवधान आया है और लोग नकदी की कमी के कारण दवाइयां तक नहीं खरीद पा रहे हैं।
सत्ता पक्ष के सांसदों ने आजाद पर यह कहकर निशाना साधा कि विपक्ष सरकार पर आरोप लगाता है और जब सरकार जवाब देने की कोशिश करती है, तो वे सुनते तक नहीं।
सभापति हामिद अंसारी ने कहा कि यह सदन का नियम है कि सदन के नेता या नेता प्रतिपक्ष, दोनों में से एक को ही बोलने की अनुमति दी जाती है।सभापति हामिद अंसारी ने बार-बार सदस्यों ने शोरशराबा नहीं करने की अपील की, लेकिन इसके बाद भी जब हंगामा जारी रहा तो सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी।