सुमित्रा महाजन ने विरोध कर रहे सांसदों को चेताया
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्षी सांसदों को चेताते हुए कहा कि यदि विपक्षी सांसदों ने विरोध करना और अन्य सांसदों के संबोधन के दौरान उन्हें बाधित करना बंद नहीं किया तो उनके खिलाफ ‘कड़ी कार्रवाई’ की जाएगी। महाजन ने अपनी आसंदी के पास नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, “किसी सदस्य को सदन में अपनी बात रखने से रोकना ठीक नहीं है, जैसा कि लगातार हो रहा है। उन्होंने कहा, “मैं सांसदों से इस बात का ध्यान रखने को कहती हूं, ताकि हमें कुछ सख्त कदम नहीं उठाने पड़े। सदन में जो भी सदस्य बोल रहा है, वह निर्वाचित सांसद है और उसे सदन में बोलने का अधिकार है।”
लोकसभा में नोटबंदी पर वोटिंग के साथ चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की। उन्होंने सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी की मांग भी की। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसद लोकसभा अध्यक्ष की आसंदी के पास इकट्ठा हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने लगभग आधे घंटे तक प्रश्नकाल का संचालन किया। इस बीच उन्होंने विपक्षी सदस्यों को कई बार चेतावनी दी।
हालांकि हंगामा नहीं थमने पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष ने अन्य सांसदों को बोलने से रोकने पर चेतावनी दी। उन्होंने हंगामे के बीच शून्यकाल की कार्यवाही जारी रखी और बाद में सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।