मोदी, गनी ने आतकंवाद रोधी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की
अमृतसर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने रविवार को द्विपक्षीय वार्ता की और आतंकवाद रोधी सहयोग बढ़ाने के विभिन्न पक्षों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, “दोनों नेताओं के बीच दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई।” उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग मजबूत करने और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने के लिए हालिया निर्णयों की समीक्षा भी की।
स्वरूप ने कहा, “दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की संभावनाओं पर संतोष जाहिर किया और वे इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देश आगे भी संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए कड़ा काम जारी रखेंगे।”
इसके बाद मोदी और गनी ने हार्ट ऑफ एशिया-इस्तांबुल प्रक्रिया सम्मेलन पर मंत्रिस्तरीय चर्चा का संयुक्त रूप से उद्घाटन भी किया। इस सम्मलेन में दक्षिण एवं मध्य एशिया सहित कई पश्चिमी देशों के आठ विदेश मंत्री और 14 देशों के अन्य गणमान्य लोग शामिल हो रहे हैं।
पाकिस्तान की विदेश नीति के प्रमुख सरताज अजीज भी दो दिवसीय बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। स्वरूप ने कहा कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद जैसे खतरों पर अपने विचार साझा किए। इस संदर्भ में मोदी और गनी ने दोनों देशों के बीच आतंकवाद रोधी सहयोग को मजबूत करने, संयुक्त राष्ट्र और अन्य संबंधित क्षेत्रों में समन्वय बढ़ाने पर सहमति जताई।
विकास स्वरूप के ट्वीट के मुताबिक, “दोनों नेताओं के बीच विशेष रूप से क्षमता निर्माण, कौशल विकास, बुनियादी ढांचागत विकास और कनेक्टिविटी लिंकेज में द्विपक्षीय सहयोग के लिए अतिरिक्त एक अरब डॉलर की राशि आवंटन पर सहमति बनी। इसमें द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने में उत्पन्न बाधाओं को पार करने के लिए भारत और अफगानिस्तान के बीच संभावित वायु गलियारा भी शामिल है।
गनी ने मोदी के साथ शनिवार को स्वर्ण मंदिर की अपनी यात्रा को याद करते हुए इसे एक बेहतरीन अनुभव बताया।
मोदी ने अफगानिस्तान की शांति, स्थिरता, सुरक्षा और विकास के लिए सहयोग बढ़ाने हेतु मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के सफल होने की उम्मीद जताई।