आरोप प्रत्यारोप: अमर सिंह खोटा सिक्का तो रामगोपाल नपुंसक
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अमर सिंह ने आज उन आरोपों से इनकार किया कि वह पार्टी को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं और कहा कि अखिलेश यादव एक शानदार मुख्यमंत्री हैं लेकिन उन्हें जननेता बनने के लिए समय चाहिए.
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री के तौर पर अखिलेश यादव पूरी तरह शानदार हैं. पहली बार शासन संभालने वाले व्यक्ति के तौर पर विकास पर उनका ध्यान, विकास का उनका एजेंडा बेहतरीन है.’ सिंह ने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह रहा कि वह जननेता नहीं हैं लेकिन जननेता बनने में समय लगता है. उनकी उम्र काफी कम है. मुलायम सिंह के संगठनात्मक कौशल एवं अनुभव और अखिलेश के युवा चेहरे का साथ होना बहुत जरुरी है.’
वहीं उन्होंने अखिलेश के समर्थक और मुलायम सिंह यादव के चचेरे भाई को नपुंसक करार दिया है. उन्होंने कहा कि अखिलेश मेरे लिए बेटे के समान है, उसे अगर कोई समस्या थी तो मुझसे पूछ लेता. वह मेरी गोद में खेला है. एक अंग्रेजी अखबार को दिये इंटरव्यू में उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ की और उन्हें काफी पढ़ा-लिखा और जानकार बताया. उन्होंने राहुल की तारीफ करते हुए कहा कि वे देश के एक ऐसे नेता हैं जिनकी गलत छवि बन गयी है. उन्हें गलत तरीके से पेश किया गया है. हालांकि मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं जानता था लेकिन पिछले कुछ वर्षों से हम अच्छे मित्र हैं और वे काफी जानकार व्यक्ति हैं.
खोटा सिक्का हैं अमर सिंह
अमर सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी से निष्कासित रामगोपाल यादव ने कहा कि अमर सिंंह से पार्टी को क्यों इतना प्रेम है यह तो आप मुलायम सिंह और शिवपाल से पूछिए. जिस व्यक्ति ने इतनी गालियां दी जिसका कोई जनाधार नहीं है, वह आज सर्वेसर्वा बनकर बैठा है. वे यह सोचते हैं कि पैसे के बल पर चुनाव जीता जाता है , जबकि सच्चाई यह है कि पैसे के बल पर चुनाव नहीं जीता जाता. नेताजी के मुलायम प्रेम और उनके यह कहने पर कि अमर सिंह ने उन्हें जेल जाने से बचाया, इस बयान का कारण पूछे जाने पर रामगोपाल ने कहा कि यह आप नेताजी से पूछिए की उन्होंने यह क्यों कहा. क्या अमर सिंह इतने समर्थ हैं कि वे सुप्रीम कोर्ट को मैनेज कर देंगे. जब उनसे यह पूछा गया कि आप नेताजी के इतने करीब थे तो आपको क्यों पार्टी से निकाल दिया गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि जब खोटा सिक्का मार्केट में आता है, तो वह असली सिक्के को मार्केट से बाहर कर देता है, यही काम अमर सिंह ने किया है. वह एक खोटा सिक्का हैं. वे सिर्फ और सिर्फ नेताजी को गुमराह करने में जुटे हैं.