मुकेश अम्बानी बोले, भारत सबसे पहले
भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध के मुद्दे पर जारी बहस के बीच रिलायंस इंड्रस्टी के मुखिया मुकेश अंबानी ने कहा कि पहले देश की बात होनी चाहिए न कि कला और संस्कृति की। अंबानी ने डिजिटल मीडिया संगठन ‘द प्रिंट’ के कार्यक्रम में सोमवार रात को कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से एक बात को लेकर साफ हूं कि मेरे लिए देश पहले है।
मैं एक बुद्धिजीवी व्यक्ति नहीं हूं, ऐसे में मैं इन चीजों को नहीं समझता हूं। लेकिन निसंदेह सभी भारतीयों की तरह मेरे लिए भारत पहले है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह राजनीति में शामिल होंगे, अंबानी ने कहा, ‘‘मैं राजनीति के लिए नहीं बना हूं।’’ अपने नए उपक्रम जियो के बारे में उन्होंने कहा कि उनका टेलीकॉम उपक्रम ‘जियो’ कोई जुआ नहीं है बल्कि व्यापार के लिए सोच विचार के बाद लिया गया फैसला है। उन्होंने दूसरे नेटवर्क पर इंटरकनेक्टिविटी की समस्या को रैगिंग किए जाने के समान बताया। साथ ही जियो को उन्होंने मेधावी छात्र बताया।
अबांनी ने कहा कि यह कोई जुआ नहीं है। यह एक सोचा समझा, अच्छी तरह तैयार किया गया तंत्र है। इसमें 2,50,000 करोड़ रूपए का निवेश किया गया है। वह नये उद्यम में 1.5 ट्रिलियन रूपए के निवेश के जोखिम के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब दे रहे थे। जियो से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के बारे में उन्होंने कहा कि हां, उनके सामने मुसीबतें थीं। उन्होंने इसकी तुलना किसी प्रतिभाशाली छात्र के अपनी मेधा के सहारे प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला लेने लेकिन मेधावी होने के कारण छात्रावास में रैगिंग का शिकार होने से की।
गौरतलब है कि उरी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव है। भारत ने इस हमले के जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक भी की थी। पाक की ओर से आतंकी हमलों को बढ़ावा दिए जाने के बाद से पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में बैन किए जाने की मांग उठ रही है। राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने पाक कलाकारों से भारत छोड़ जाने को कहा था। इसके बाद हाल ही में थियेटर मालिकों ने करण जौहर की फिल्म ए दिल है मुश्किल को रिलीज न करने का फैसला किया है। इस फिल्म में फवाद खान भी है।