सेना बोलती नहीं है, पराक्रम करती है: प्रधानमंत्री
सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने वाले अपने विरोधियों को किसी का नाम लिए बगैर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेना को हमारे ‘सोने’ से कोई शिकायत नहीं, लेकिन अगर हम जागते समय सोएंगे, तो सेना माफ नहीं करती। सर्जिकल स्ट्राइक के लिए प्रधानमंत्री ने सेना की न सिर्फ सराहना की बल्कि कहा की ‘‘सेना बोलती नहीं है, पराक्रम करती है.
शहीदों की स्मृति में यहां बनाए गए शौर्य स्मारक का लोकार्पण करने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आए मोदी ने हजारों पूर्व सैनिकों की मौजूदगी में हुए पूर्व सैनिक समेलन एवं शौर्य समान सभा में कहा, ‘‘सेना का सबसे बड़ा शस्त्र उसका मनोबल है। उसका ये मनोबल शस्त्रों से नहीं आता, सवा सौ करोड़ देशवासियों के उनके पीछे खड़े होने से आता है। देश के नागरिकों के चैन से सोने से ही सेना के जवानों को खुशी मिलती है। हमारे सोने से सेना को कोई शिकायत नहीं है, पर अगर हम जागते समय भी सो जाएं, तो सेना माफ नहीं करती। दुर्भाग्य से कभी-कभी ऐसा ही होता है। सेना के जवान हमेशा जागते रहते हैं, हमें भी जागते समय जागते ही रहना चाहिए।
तालियों से गडग़ड़ा उठी सभा
पाक प्रायोजित आतंकवाद पर सरकार की पिछले दो सालों में आलोचना करने वाले विरोधियों को भी कड़ा जवाब देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘सेना बोलती नहीं है, पराक्रम करती है। लोग रोज मेरे बाल नोचते थे, मोदी सो रहा है, कुछ कर नहीं रहा, पर जैसे हमारी सेना बोलती नहीं, पराक्रम करती है, वैसे ही हमारे रक्षा मंत्री भी बोलते नहीं…।’’ इसके बाद मोदी ने वाक्य पूरा नहीं करते हुए अपने ही अंदाज में कुछ देर का विराम लिया और सभा में तालियां गडग़ड़ा उठीं।
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद प्रधानमंत्री मोदी के इस बहुप्रतीक्षित संबोधन के दौरान उन्होंने पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया। भारतीय सेना के मानवीय पहलुओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि अशांत चल रहे यमन में हजारों लोग फंसे थे, जिन्हें बचाने के लिए हमने अपनी सेना भेजी। वहां से हमारी सेना दुनिया के अनेक देशों के साथ पाकिस्तान के नागरिकों को भी वहां से बचा कर ले लाई।
रणबांकुरों के शौर्य को सलाम करते हुए अपने संबोधन के दौरान मोदी ने जोर देते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने कभी किसी की जमीन के लिए झगड़ा नहीं किया, ना ही कभी किसी देश को दबोचने के लिए आक्रमण किया, लेकिन मूल्यों और आदर्शों के लिए अगर जंग की नौबत आई, तो हमारी सेना पीछे नहीं हटेगी। स्थानीय लाल परेड मैदान पर शाम को हुए इस आयोजन में मोदी ने लगभग चवालीस मिनट तक संबोधित किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और फग्गन सिंह कुलस्ते, मध्यप्रदेश के राज्यपाल ओ पी कोहली, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और राज्य मंत्रिमंडल के अनेक सदस्य मौजूद थे।