प्लास्टिक पर बैन लगावाने के लिए दे दी जान
तमिलनाडु के त्रिची में रहने वाले पर्यावरण को समर्पित 23 वर्षीय युवक ने प्लास्टिक पर बैन लगावाने के लिए अपनी जान दे दी। वह पर्यावरण सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर था और कहता था कि पर्यावरण को बचाने के लिए वो कुछ भी कर सकता है, लेकिन लोग उसकी बात को मजाक में लेते थे। लोगों को पता नहीं था कि इसके लिए वह एक दिन सच में अपनी जान ही दे देगा। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक सोमवार को के. जवाहर नाम के युवक ने तंजावुर की एक नहर में कूदकर जान दे दी।
उसके अंतिम संस्कार तक परिजनों को पता नहीं चला था कि आखिर उसने आत्महत्या क्यों की। लेकिन मामला तब प्रकाश में आया जब बुधवार को उसके पिता ने किसी के फोन में एक वीडियो क्लिप देखी। वीडियो खुद जवाहर ने रिकॉर्ड किया था, जिसमें जवाहर कह रहा कि वह इतना बड़ा कदम सिर्फ इसलिए उठा रहा है ताकि वो प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को लेकर सोसाइटी को एक कड़ा संदेश दे सके।
उसके पिता ने बताया, “दसवीं कक्षा तक पढ़े जवाहर को पर्यावरण से बेहद प्यार था। वह हमेशा प्लास्टिक और दूसरे तत्वों से हो रहे नुकसान को लेकर चिंतित रहता था। उसने लगातार लोगों को इस अपूर्णीय क्षति के बारे में अवगत कराने की कोशिश की।” जवाहर ने इस मुद्दे को उठाने के लिए कई विरोध प्रदर्शन किए। एक बार तो वह तंजावुर की कलेक्ट्रेट के आगे धरने पर ही बैठ गया था, ताकि वह प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर सके।
जवाहर ने वीडियो क्लिप में कहा, “मैं प्लास्टिक पर बैन लगवाने के लिए अपनी जान दे रहा हूं। 127 करोड़ लोगों के फायदे के लिए अपनी जान देने में कुछ भी गलत नहीं है। यह मेरा खुद का फैसला है। मैं चुप रहकर नहीं बैठ सकता था।”
जवाहर को कई बार पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने ये सब छोड़कर अपने परिवार पर ध्यान देने की सलाह दी थी। सोमवार सुबह से ही जवाहर गायब था और प्राइवेट कॉलेज में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले उसके पिता काफी परेशान हो उठे। वह दिनभर बेटे की तलाश करते रहे, तभी उन्हें किसी ने जानकारी दी कि नहर में कूदकर किसी युवक ने आत्महत्या की है। शव की तलाश की गई तब पता लगा कि वह जवाहर ही था। जवाहर का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया।