Main Slideउत्तराखंडराजनीति

मायावती ने किया ऐलान उत्तराखंड में चुनाव पूर्व गठबंधन का सवाल ही नहीं

160515145301_mayawati_profile_pic_2_640x360_pti_nocreditकांशीराम की दसवीं पुण्य तिथि के मौके पर रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने उत्तराखंड का नाम लेकर यह बात कही। उन्होंने मतदाताओं से बसपा को वोट देने की अपील की।

रैली में मायावती ने भाजपा पर सर्जिकल स्ट्राइक का चुनावी लाभ लेने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यदि नौ माह पूर्व पठानकोट हमले के बाद ही यह सर्जिकल स्ट्राइक हो जाती तो शायद 17 जवानों को जान से हाथ न धोना पड़ता। इसके साथ ही यह ऐलान किया यूपी के अलावा पंजाब और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में बसपा किसी दल के साथ चुनाव से पूर्व समझौता नहीं करेगी।

आंकड़ों की मानें तो तो उत्तराखंड में दलित वोटरों की संख्या लगभग 15 फीसदी है। इनमें सर्वाधिक तादाद यहां के मैदानी क्षेत्रों में है। चर्चा यह भी थी कि सरकार को समर्थन दे रही बसपा इस बार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस दलित वोटों का लाभ लेने की मंशा से यह समझौता करने की गुपचुप तैयारी में भी थी। मगर मायावती के एकला चलो के मंत्र से इन तैयारियों को पलीता लग गया है।

वर्ष 2007 में बसपा ने राज्य की 69 सीटों पर चुनाव लड़कर आठ सीटों पर कब्जा किया था। इस तरह कुल वोटों में बसपा को 11.76 प्रतिशत वोट मिले थे। इसके बाद वर्ष 2012 के चुनावों में बसपा की सीटें घटकर तीन रह गई थीं। हालांकि वोटिंग प्रतिशत बढ़कर 12.19 हो गया था। इस बार बसपा फिर से सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारने जा रही है।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close