जाने-माने अभिनेता ओमपुरी ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के दौरान शहीद हुए सैनिक परिवारों की वह खुद उनके घर जाकर आर्थिक तौर पर मदद करेंगे। साथ ही उनके चैनलों पर तोड़-मरोड़कर पेश किए गए बयान के संबंध में भी वह शहीद परिवारों को सच्चाई बताएंगे। भारतीय फिल्मोद्योग के वरिष्ठ अभिनेता ने कहा कि वह पक्के राष्ट्रवादी हैं। वह जल्द ही फुरसत के दो पल बिताने रानीखेत पहुंचेंगे।
अभिनेता ने दी सफाई, अच्छी बातें नहीं दिखाईं
बीते दिनों जाने-माने अभिनेता के पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान मारे गए भारतीय जवानों के संबंध में एक टिप्पणी पर पूरे देश में बवाल मच गया था। सोशल साइट्स पर तो बाकायदा उनके खिलाफ देश भर के लोगों ने जंग सी छेड़ दी। ओमपुरी ने मुंबई से फोन पर इस संबंध में अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्होंने चैनल पर कई अच्छी बातें भी कही थीं पर उन पर कोई बात नहीं हुई।
वह अपने देश से कैसे ऊपर हो सकते हैं। उन्हें जो भी मान-सम्मान मिला है वह इस देश की बदौलत है। देशवासियों की बदौलत है। दोनों देशों के हुक्मरानों को ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिसमें कला फले-फूले। सिनेमा इतनी बड़ी ताकत है कि यह दोनों देशों के बीच एक पुल का का काम कर सकती है। पुल तोड़ने के लिए नहीं बल्कि दो देशों के लोगों को आपस में जोड़ने के लिए बनते हैं। उन्होंने कहा कि वह शहीद सैनिक परिवारों के बीच जाकर उन्हें खुद ढाढ़स बधाएंगे और उनकी आर्थिक मदद भी करेंगे।
जाने-माने अभिनेता ओमपुरी ने कहा कि वह कैसे भूल सकते हैं कि पुलिस और भ्रष्ट राजनीतिज्ञों के गठजोड़ और उसमें पिसते एक पुलिस इंस्पेक्टर की त्रासदी को जीवंत रूप में प्रस्तुत करने वाली उनकी अद्भुत फिल्म-अर्धसत्य आज भी पुलिस एकेडमी में नए आईपीएस अफसरों को दिखाई जाती है।
जाने-माने अभिनेता ओमपुरी ने कहा कि वह सालों पहले कार्बेट टाइगर रिजर्व देखन अपने मुंबई के मित्र बिट्टू सहगल के आग्रह पर रामनगर आए थे और वहां स्कूली बच्चों के वाइल्ड लाइफ से संबंधित कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। पर रानीखेत नहीं जा पाए। रानीखेत की हसीन वादियों के बारे में अपने फिल्मी दोस्तों से बहुत कुछ सुना है। अब खुद रानीखेत का नजारा करना चाहता हूं।