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वाह… टीम इंडिया बनी टेस्ट की बेताज बादशाह

bhuvneshwar-kumar_650x400_51471074293टीम इंडिया ने कोलकाता टेस्ट मैच के चौथे ही दिन टेस्ट नंबर वन टीम का तमगा एक बार फिर हासिल कर लिया. पहले दिन बल्लेबाजी को छोड़ दें, तो पूरे मैच में भारत ने शुरू से ही पकड़ बनाए रखी. नियमित कप्तान केन विलियम्सन की कमी भी कीवी टीम को खली, क्योंकि वह उनकी बल्लेबाजी की रीढ़ हैं. हालांकि न्यूजीलैंड ने संघर्ष का जज्बा दिखाया, लेकिन वह भारत के सामने टिक नहीं पाई. कोलकाता टेस्ट के दौरान कई रिकॉर्ड भी बने. इनमें से एक शाहिद अफरीदी का 11 साल पुराना रिकॉर्ड भी है, जिसकी टॉम लाथम ने बराबरी की.

8 साल बाद तेज गेंदबाजों के 8 या अधिक विकेट : 2008 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने किसी एक पारी में 8 या अधिक विकेट लिए हैं. कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में भुवनेश्वर कुमार ने 5 विकेट लिए थे, तो मोहम्मद शमी ने 3 विकेट चटकाए थे. इससे पहले 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू टेस्ट में भारत के तेज गेंदबाजों ने एक पारी में 9 विकेट हासिल किए थे. तब जहीर खान ने 5 और ईशांत शर्मा ने 4 विकेट अपने नाम किए थे.
अफरीदी की बराबरी पर पहुंचे लाथम: कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स में चौथी पारी में अब तक 5 ओपनरों ने फिफ्टी बनाई है, जिनमें इस टेस्ट में न्यूजीलैंड की ओर से फिफ्टी बनाने वाले टॉम लाथम (74 रन) भी शामिल हैं, लाथम से पहले 2005 में पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने चौथी पारी में फिफ्टी बनाई थी.

भारत में साहा की पहली फिफ्टी : टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के लिए कोलकाता टेस्ट बेहद यादगार रहा. उन्हें न केवल मैन ऑफ द मैच मिला बल्कि उन्होंने भारतीय मैदान पर पहली बार फिफ्टी बनाई, वह भी दोनों पारियों में नाबाद (54 और 58 नाबाद). इससे पहले भारत में उनका बेस्ट 36 रन था. हालांकि उनके नाम एक शतक भी है, लेकिन वह उन्होंने विदेशी मैदान में बनाया था.

19 साल बाद कोलकाता में तेज गेंदबाजों का जलवा : टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने 19 साल बाद कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स में एक पारी में 8 विकेट का कमाल किया है. इससे पहले 1996-97 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी उन्होंने 8 विकेट चटकाए थे. इससे भी पहले 1986-87 में पाकिस्तान के खिलाफ भी उसके तेज गेंदबाजों ने यह कमाल किया था.

भारत में एक मैच में सबसे अधिक LBW : कोलकाता टेस्ट की दूसरी पारी में अश्विन ने जैसे ही रॉस टेलर को पगबाधा (LBW) आउट किया, तो एक मैच में सबसे अधिक खिलाड़ियों के पगबाधा आउट होने का भारतीय रिकॉर्ड बन गया. इससे पहले अहमदाबाद में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1996-97 में 13 खिलाड़ी पगबाधा आउट हुए थे. कोलकाता में 15 बल्लेबाज पगबाधा आउट हुए

पिछले 7 टेस्ट में भारत ने 6 बार कोलकाता में बनाया 400+ स्कोर : यदि पिछले 7 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया के कोलकाता में बनाए गए पहली पारी के कुलयोग पर नजर डालें, तो केवल इसी बार वह 316 पर सिमट गई. इससे पहले के 6 मैचों में उसने हर बार 400 से अधिक का स्कोर बनाया था और हारी नहीं थी, लेकिन 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ जब वह 400 से कम के स्कोर पर आउट हो गई, तो उसे हार का सामना करना पड़ा था.

पहली पारी में न्यूजीलैंड के टॉप-3 का सबसे कम स्कोर : कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में उसके ऊपरी तीन बल्लेबाज कुल 15 रन ही जोड़ पाए. भारत के खिलाफ किसी भी टेस्ट मैच की पहली पारी में यह उनका दूसरा सबसे कम स्कोर है. इससे पहले उन्होंने अहमदाबाद में 2003-04 में 14 रन जोड़े थे.

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