जवानों की छुट्टियां रद्द सीमा पर तनाव बढ़ा
भारत ने डंके की चोट पर उरी में शहीद हुए 18 जवानों की शहादत का बदला लिया. ये भारत का एबोटाबाद लम्हा है, जैसे अमेरिकी मरीन ने पाकिस्तान में घुसकर लादेन का मारा था वैसे ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकवादियों को मार गिराया है.उधर, पंजाब में सीमाई इलाकों के गांव को खाली कराने का काम शुरू कर दिय गया है. माइक से वहां एलान किया जा रहा है कि गांव खाली कर दें. वहीं, भारत के बीएसएफ ने आज बिटिंग द रिट्रेट रद्द कर दिया है. हालांकि एक-दूसरे की सीमा में ट्रकों की आवाजाही आज भी जारी रही. भारत से 26 ट्रक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में गये, जबकि उधर से दस ट्रक इस ओर आये. सीमाई इलाकों में अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है और सेना व पारा मिलिट्री बलों के जवानों की छुट्टियां रद्द कर उन्हें ड्यूटी पर लौटने को कहा गया है.
सर्जिकल स्ट्राइक्स कैसे अंजाम दिया गया?
सर्जिकल स्ट्राइक्स से पहले दिल्ली में कई उच्चस्तरीय बैठकें हुईं. इन बैठकों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजित डोभाल ने सारे मिलिट्री इंटेलिजेंस और इंडियन इंटेलिजेंस को भारतीय सेना के साथ साझा किया. उसके बाद बुधवार रात में सर्जिकल स्ट्राइक्स करने का फैसला किया गया. ABP के पास एक्सक्लूसिव जानकारी है कि 7 जगहों पर सर्जिकल स्ट्राइक्स किए गए और पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया किया.
करीब 4 घंटे चला देर रात शुरू हुआ ऑपरेशन
तकरीबन रात 12:30 बजे ऑपरेशन शुरू हुआ. और करीब 4 घंटे तक ये ऑपरेशन जारी रहा. 4 बजे सुबह खत्म हुआ. जानकारी के मुताबिक आतंकियों के 7 कैंप उरी के दूसरी तरफ थे, यानि लाइन ऑफ कंट्रोल के दो किलोमीटर भीतर थे. स्पेशल फॉर्स के करीब 150 कमांडोज को हेलिकॉप्टर की मदद से LoC पर उतारा गया. आंतकियों को मार गिराने के लिए कमांडोज की कई टीमें बनाई गई, जिसमें 10 से 12 कमाडोज़ थे. ये सभी टीमें रेंगकर लाइन ऑफ कंट्रोल की सीमा पार कीं, जिसके बाद दो किलोमीटर के अंदर तक घुसकर आंतकियों को मार गिराया गया.
बहादुर जवानों ने पाकिस्तान की एक ना चलने दी
हर कैंप में 4 से 5 आतंकी थे. सेना के कमाडोज़ ने अचानक हमला बोल दिया… आतंकियों की तरफ जवाबी कार्रवाई हुई, लेकिन भारत के बहादुर जवानों ने उनकी एक नहीं चलने दी और एक-एक करके सभी का सफाया कर दिया.पाकिस्तानी सेना आतंकियों को बचाने में लगी रही, लेकिन भारतीय सेना आतंकियों को मारने के काम में लगी रही. और तरह से अपना काम को अंजाम दिया.
फोन कर भारत ने दी पाकिस्तान को दी जानकारी
स्पेशल फोर्स के कमांडोज के भारतीय सीमा में लौटने के बाद सेना के डीजीएमओ ने पाकिस्तान की सेना के डीजीएमओ को फोन किया. फोन पर इस सर्जिकल ऑपरेशन की जानकारी दी गई. जिसमें बताया गया कि पाकिस्तान की सेना को बिना नुकसान पहुंचाए LoC के अंदर घुसकर आतंकियों को मारा गया. पाकिस्तान को ये भी याद दिलाया गया है कि कैसे 2004 में पाकिस्तान ने वादा किया था कि वो अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं करेगा, आतंकियों को कैंप नहीं लगाने देगा.