पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने दी परमाणु हमले की धमकी
भारत के खिलाफ एक बार फिर निशाना साधते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आरोप लगाया है कि जम्मू-कश्मीर के उरी स्थित सेना के ठिकाने पर हुआ हमला ‘भारत की खुद की योजना’ का हिस्सा था। इस हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे। उरी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं होने का दावा करते हुए आसिफ ने समाचार चैनल ‘डॉन न्यूज’ से कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि यह हमला भारत की ओर से तैयार योजना के तहत हुआ।’’ उन्होंने दावा किया कि भारत ने ‘कश्मीर मुद्दे से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए उरी हमले की साजिश रची।’
भारत ने कहा है कि इसके पास ऐसे सबूत हैं जिनसे उरी हमले में पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों की संलिप्तता जाहिर होती है और इसने मांग की है कि पाकिस्तान उसके खिलाफ निर्देशित आतंकवाद का समर्थन करने तथा प्रायोजित करने से दूर रहे। उरी हमले में शामिल चार आतंकवादियों में एक की पहचान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद के निवासी हाफिज के रूप में हुई है। आसिफ ने भारत के साथ युद्ध की स्थिति में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की भी धमकी दी और कहा कि उनके देश ने ये हथियार नुमाइश के लिए नहीं बनाए हैं।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने मंगलवार को समा टीवी से कहा, ‘‘अगर भारत ने हम पर युद्ध थोपा तो उसे बर्बाद कर देंगे। पाकिस्तानी सेना भारत के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’ उनसे पाकिस्तान में चुनिंदा स्थान को निशाना बनाकर हमला करने (सर्जिकल स्ट्राइक) के भारत के इरादे के बारे में सवाल किया गया था।आसिफ ने चैनल से कहा, ‘‘हमने परमाणु हथियार किसी नुमाइश में दिखाने के लिए नहीं बनाए हैं। अगर ऐसे हालात पैदा होते हैं तो हम इनका इस्तेमाल करेंगे और भारत को तबाह कर देंगे।’’ उन्होंने कहा कि अगर भारत ने पाकिस्तान की हवाई सीमा का उल्लंघन किया तो पाकिस्तानी वायुसेना उसे माकूल जवाब देने के लिए तैयार है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने दावा किया कि अब समूची दुनिया जानती है कि भारत कश्मीर मुद्दे के हल के लिए उतना गंभीर नहीं है जितना कि पाकिस्तान है।
उन्होंने दावा किया कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ आक्षेप शुरू करने के बावजूद कहीं से कोई समर्थन हासिल नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी ओर चीन ने पाकिस्तान के विचार का समर्थन किया है। पाक को आतंकी देश करार देने के लिए अमेरिकी कांग्रेस में एक विधेयक लाए जाने के कदम पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पाक विरोधी तत्व हर देश में मौजूद हैं लेकिन उनकी आवाजों का प्रभाव इन देशों की नीतियों पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ उठाई गई पांच दस आवाजें पाक को आतंकी देश घोषित करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं।
इस बीच, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल आसिम सलीम बाजवा ने बताया कि पाकिस्तान की पूर्वी सीमाओं की सुरक्षा बल करीबी निगरानी कर रहे हैं जो किसी भी आक्रमण का जवाब देने को तैयार हैं।