केजरीवाल से दुखी हूँ…
नई दिल्ली| सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर उन्होंने राजनीतिक व्यवस्था में सकरात्मक बदलाव लाने का जो सपना देखा था, वह चूर-चूर हो गया है। अन्ना ने एक साक्षात्कार में कहा, “यह मेरा दुर्भाग्य है कि बदलाव लाने का जो सपना मैंने अरविंद में देखा था, वह अब चूर-चूर हो गया। हजारे कभी केजरीवाल के संरक्षक थे।
उन्होंने कहा, “अरविंद की पार्टी में जो कुछ हुआ, उससे मैं बहुत दुखी हूं।”
अन्ना की यह टिप्पणी दुष्कर्म के आरोप में दिल्ली के मंत्री संदीप कुमार की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी के संदर्भ में है।
केजरीवाल ने कुमार को उनका एक सेक्स वीडियो सार्वजनिक होने के बाद बर्खास्त कर दिया था।
कुमार आप के तीसरे मंत्री हैं, जिन्हें फरवरी 2015 में गठित केजरीवाल मंत्रिमंडल से बाहर होने को मजबूर होना पड़ा है।
पिछले साल जून में जीतेंद्र तोमर को कानून मंत्री पद से तब इस्तीफा देना पड़ा था, जब उनके कॉलेज की डिग्री में फर्जीवाड़ा पाया गया।
पिछले ही साल खाद्य एवं पर्यावरण मंत्री असीम अहमद खान को रिश्वत लेने के आरोप में पद से हटाया गया।
हजारे ने कहा कि वह आप को बहुत उम्मीद से देख रहे थे और उन्हें उम्मीद थी कि इस पार्टी के नेता समाज में बदलाव लाएंगे और राजनीति में एक मिसाल कायम करेंगे।
अन्ना ने कहा कि वह किसी पर निशाना नहीं साध रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं यह सामान्य रूप से कह रहा हूं। लेकिन मैं तब उदास महसूस करता हूं जब मैं देखता हूं कि राजनीति में लोग आते हैं और उसके बाद जालसाजी और भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं।”