बांग्लादेश में नौकरी में आरक्षण हटाने की मांग को लेकर उग्र हुआ प्रदर्शन, 100 की मौत
ढाका। बांग्लादेश में नौकरी में आरक्षण हटाने की मांग और प्रधानमंत्री शेख हसीना की इस्तीफे को लेकर प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारी और सत्तारूढ़ पार्टी के बीच भड़की हिंसा अब तक 14 पुलिसकर्मियों समेत 100 लोगों की की मौत हो गई है जबकि सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हैं। आंदोलन की वजह से देश में इंटरनेट के साथ-साथ मेटा, इंस्टाग्राम, व्हाट्सप्प सब कुछ बंद कर दिया गया है।
क्यों हो रहा है आंदोलन?
दरअसल , बांग्लादेश 1971 में पाकिस्तान से आज़ाद हुआ था। आज़ादी के बाद देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को और उनके परिवार वालों को सरकारी नौकरी में 30 प्रतिशत आरक्षण देनी की बात हुई थी। उस समय लोगों को कोई परेशानी नहीं थी। पर सरकार इस कानून को उनके परिवार के साथ हमेशा के लिए चिपका देनी चाहती है। इसी बात को लेकर वहां की जनता भड़क गई और प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस उग्र प्रदर्शन में अब तक 100 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत ने जारी की एडवाइजरी
भारत के विदेश मंत्रालय ने भी एडवाइजरी करते हुए लिखा कि अभी बांग्लादेश जाना बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है और आप लोग अभी वहां किसी भी काम से ना जाएं। वहां पर रह रहे लोग ढाका की एम्बेसी से अपना संपर्क बनाए रखें। साथ में एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।