चार दिन तक देहरादून में यातायात रहेगा प्रभावित, इन इलाकों से गुजरेंगी कई बड़ी शोभायात्राएं
देहरादून। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कई बड़ी शोभायात्राओं का आयोजन किया जा रहा है। इन शोभायात्राओं के दौरान शहर में भीड़भाड़ अधिक होने के चलते अगले तीन दिन पुलिस के साथ-साथ आमजन के लिए चुनौती भरे रहेंगे।
साथ ही रविवार को पयर्टक भी मसूरी व अन्य पर्यटक स्थल पहुंच सकते हैं, जिसके कारण यातायात समस्या बढ़ सकती है। शुक्रवार व शनिवार को शोभायात्रा के दौरान स्कूली बच्चों को भी परेशान होना पड़ सकता है। शुक्रवार को श्रीश्री बालाजी सेवा समिति की ओर से शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली जा रही है।
शोभायात्रा शाम तीन बजे हिंदू नेशनल इंटर कालेज लक्ष्मण चौक से शुरू होकर शिवाजी धर्मशाला, सहारनपुर चौक, झंडा बाजार, पलटन बाजार, आढ़त बाजार होते हुए शिवाजी धर्मशाला में संपन्न होगी। शोभायात्रा में कई धार्मिक संगठनों से जुड़े प्रबुद्ध लोग शामिल होने जा रहे हैं। यात्रा उस समय निकलेगी जब शहर में भीड़भाड़ होती है।
इसी तरह 20 जनवरी को विभिन्न धार्मिक संगठनों की ओर से शहर में शोभायात्राएं निकाली जा रही हैं। यात्रा सुबह 10 बजे से परेड ग्राउंड से शुरू होंगी, जोकि गांधी पार्क, घंटाघर, पलटन बाजार से निकलेंगी। शोभयात्रा में हजारों की संख्या में रामभक्त उपस्थित होंगे।
शोभायात्रा में मुख्यमंत्री धामी के शिरकत करने की संभावना
शोभायात्रा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शिरकत करने की संभावना है। इसी तरह 21 जनवरी को राष्ट्रीय श्रीराम कृष्णा गढ़ सभा की ओर से रथयात्रा व बाइक रैली निकाली जा रही है, जोकि मालसी वाली पुलिया से सुबह 10 बजे शुरू होगी। इसके अलावा भी कई धार्मिक संगठनों ने शोभायात्रा निकालने की अनुमति के लिए पुलिस विभाग को प्रार्थनापत्र दिए हैं।
पुलिस विभाग की ओर से यातायात प्लान किया गया तैयार
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि देशभर में धार्मिक कार्यक्रम व शोभायात्रा आयोजित किए जा रहे हैं। एसपी सिटी व एसपी यातायात की ओर से अनुमति मांगने वाले आयोजकों से बातचीत की जा रही है। इसके साथ ही शोभायात्रा के रूट निर्धारित किए जा रहे हैं।
शोभायात्रा में भीड़ अधिक होने के चलते यातायात प्रभावित होगा, लेकिन आमजन को कम से कम परेशानी हो, इसको लेकर कई जगह रूट डायवर्ट किए जाएंगे। वहीं आयोजन के दौरान कोई टकराव की स्थिति न बनें, इसको लेकर एलआइयू लगातार निगरानी रख रही है।