उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में पहला हिमपात, निचले इलाकों में हल्की ठंड की शुरुआत
पिथौरागढ़/धारचूला/चंपावत। उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सीजन का पहला हिमपात हुआ, तो निचले इलाकों में ठंड की शुरुआत हो गई। चंपावत में तीन दिन से काफी उमस हो रही थी। 11 दिन बाद बुधवार को बूंदाबांदी और फिर 10 मिनट तक बारिश ने लोगों को राहत दी।
धारचूला और मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम का पहला हिमपात हुआ। इसके चलते निचले इलाकों में हल्की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। धारचूला के गुंजी में बुधवार को बूंदाबांदी हुई। गुंजी से लगी ऊंची चोटियों और पंचाचूली सहित मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात हुआ है। बुधवार को भी सुबह से ही आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहे।
दिन में तेज धूप रही। शाम को फिर आसमान बादलों से घिर गया। इधर चंपावत में तीन दिन से काफी उमस हो रही थी। 11 दिन बाद बुधवार सुबह बूंदाबांदी और फिर 10 मिनट तक छुटपुट बारिश हुई। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक 25 अगस्त को चंपावत में आखिरी बार चार मिमी बारिश हुई थी। बुधवार को चंपावत का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 18 डिग्री रहा।
आयुक्त रावत और डीआईजी भरणे पहुंचे गुंजी
उच्च हिमालयी क्षेत्र गुंजी में सीमा सड़क संगठन की ओर से बनाई जा रही सड़क कार्य का निरीक्षण करने अधिकारियों की टीम पहुंची है। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी नीलेश आनंद भरणे, डीएम रीना जोशी, एसपी लोकेश्वर सिंह और एसडीएम दिवेश शाशनी हेलिकॉप्टर से व्यास घाटी के गुंजी पहुंचे।
सड़क निर्माण का लेंगे जायजा
अधिकारी लिपुलेख और गुंजी से ज्योलिकांग तक सड़क निर्माण का जायजा लेंगे। इस दौरान वह व्यास घाटी के ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं की जानकारी भी लेंगे। आयुक्त और डीआईजी के भ्रमण को देखते हुए डीएम रीना जोशी और एसपी लोकेश्वर सिंह भी मंगलवार को ही धारचूला चले गए थे।