उत्तराखंड: वीआईपी दर्शन से BKTC को हुई तगड़ी कमाई, बड़ी संख्या में पहुंचे विशिष्ट अतिथि
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम में यात्रा सीजन में अब तक 30,546 वीआईपी और वीवीआईपी दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। इन विशिष्ट अतिथियों से श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) को 9, 63,800 रुपए की आय हुई है। केदारनाथ धाम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहली पर्ची 300 रूपये की पर्ची कटवा कर दर्शन किए थे।
BKTC अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि 25 अप्रैल को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद से अब तक 8,198 हजार वीआईपी और वीवीआइपी बाबा भोलेनाथ के दर्शनों के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। इन अतिथियों से मंदिर समिति को 24,59, 400 रुपए का लाभ हुआ है।
वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से अब तक 22, 348 हजार वीआईपी और वीवीआईपी हरि दर्शन के लिए पहुंचे हैं। जिनसे बीकेटीसी को 67,04,400 रुपए का लाभ हुआ है। बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद से ही केदारघाटी में बारिश हो रही है। कभी कभार ही घाटी में धूप खिल रही है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में बाबा के दर्शन के लिए सामान्य श्रद्धालु तो पहुंची रहे हैं वहीं वीआईपी भक्त भी पहुंचे हैं।
इसी तरह से श्री बदरीनाथ धाम में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। मार्ग अवरुद्ध हो या भारी बरसात श्रद्धालुओं के कदम बद्रीनारायण के दर्शन के लिए बढ़ते ही जा रहे हैं। धाम के कपाट खुलने के बाद से अब तक श्रद्धालुओं का तांता इस तरह लगा हुआ है कि सुबह से ही मंदिर के बाहर लंबी कतार लग जाती है और देर रात तक दर्शन का सिलसिला चलता रहता है।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि यात्रा काल में दोनों ही धामों में वीआईपी और वीवीआईपी श्रद्धालुओं का भारी संख्या में आना होता है। इन विशिष्ट अतिथियों को मंदिर समिति प्राथमिकता के आधार पर दर्शन कराती थी और इनको प्रसाद भी निशुल्क दिया जाता था। इनसे अन्य कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता था। वहीं इनके आने पर कई अव्यवस्था भी फैल जाती थी।
इस बार यात्राकाल शुरू होने से पहले ही बीकेटीसी ने देश के 4 बड़े मंदिरों श्री वैष्णो देवी, श्री तिरुपति बालाजी, श्री सोमनाथ और श्री महाकाल मंदिर में व्यवस्थाओं के अध्ययन के लिए एक एक दल भेजा था। जिसके बाद अध्ययन दलों ने मंदिरों में दर्शन के लिए आने वाले विशिष्ट और अति विशिष्ट श्रद्धालुओं से दर्शन का शुल्क निर्धारित करने का प्रस्ताव बीकेटीसी के समक्ष रखा था।
अध्ययन दलों के सुझाव पर मंदिर समिति ने प्रति व्यक्ति 300 रुपये निर्धारित किया था। वीआईपी के लिए पहली बार नई व्यवस्था बनाई गई और इससे अनावश्यक रूप से दर्शनों के लिए आने वालों पर भी रोक लगी है। इससे श्रद्धालुओं को लाइन में ज्यादा इंतजार भी नहीं करना पड़ता और सभी को आराम से देव दर्शन कराए जा रहे हैं।
राजधानी में आज श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) से राजभवन में भेंट की। राज्यपाल ने मंदिर समिति अध्यक्ष से प्रदेश में चल रही चार धाम यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इसके साथ ही दोनों धामों में मास्टर प्लान के तहत चल रहे विकास कार्य के बारे में भी जानकारी हासिल की।