कारगिल विजय दिवस: राष्ट्रपति व पीएम सहित तमाम लोगों ने दी श्रद्धांजलि, किया वीरों को याद
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 24वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। राष्ट्रपति व पीएम मोदी के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह व सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने भी उन वीरों को याद किया जिन्होंने कारगिल में देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
कारगिल विजय दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीर सैनिकों को मैं नमन करती हूं। सभी देशवासी, उनके और उनके परिवारजनों के प्रति सदैव ऋणी रहेंगे। जय हिन्द!
पीएम मोदी ने भी इस मौके पर ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि करगिल विजय दिवस भारत के उन अद्भुत पराक्रमियों की शौर्यगाथा को सामने लाता है, जो देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणाशक्ति बने रहेंगे। इस विशेष दिवस पर मैं उनका हृदय से नमन और वंदन करता हूं। जय हिंद!.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि मैं उन वीर सपूतों को नमन करता हूं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। मैं उन वीर सपूतों को सलाम करता हूं जिन्होंने देश को सबसे पहले रखा और इसके लिए अपने प्राणों की आहुति देने से नहीं हिचकिचाए।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस मौके पर अपने ट्वीट में लिखा कारगिल विजय दिवस करोड़ों देशवासियों के सम्मान के विजय का दिन है। यह सभी पराक्रमी योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है जिन्होंने आसमान से भी ऊंचे हौसले और पर्वत जैसे फौलादी दृढ़ निश्चय से अपनी मातृभूमि के कण-कण की रक्षा की।
शाह ने आगे लिखा, भारत माता के वीर सिपाहियों ने अपने त्याग व बलिदान से इस वसुंधरा की न सिर्फ आन, बान और शान को सर्वोच्च रखा बल्कि अपनी विजित परंपराओं को भी जीवंत रखा। कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर तिरंगा पुनः गर्व से लहरा कर देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखने के आपके समर्पण को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से नमन करता हूं।
सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने भी करगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर लद्दाख के द्रास में पूर्व सैनिकों, ‘वीर नारियों’, वीरता पुरस्कार विजेताओं और स्थानीय लोगों से संवाद किया। इस दौरान सेना के बैंड ने और लद्दाख की समृद्ध एवं विविधता युक्त संस्कृति से युक्त सांस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।
बता दें कि भारतीय सेना ने 26 जुलाई 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ के सफल समापन और विजय की घोषणा की थी। इसी के साथ करगिल के तोलोलिंग और टाइगर हिल सहित ऊंचाई वाली बर्फीली चोटियों पर करीब तीन महीने से जारी लड़ाई खत्म हुई थी।