आज मेरे लिए दिन विशेष रहा. कौन बनेगा करोड़पति के आकर्षक सम्मानित स्टेज पर 35 लाख की आबादी वाले रायबरेली का पहली बार प्रतिनिधित्व करने वाली फरहत नाज से आज घर पर लंबी और आत्मीय मुलाकात हुई. साथ में “आकाश में कोरोना घना है..” कहानी संग्रह की लेखिका सना आफरीन उनकी छोटी बहन शिफा आफरीन और हमारे छायाकार साथी सुनीत कुमार रहे. फोटो उन्हीं के सौजन्य से है.
साधारण परिवार की फरहत नाज शहर के गुलाब रोड स्थित घर पर अपने तीन बच्चों- दानिश, मिस्कात और अहद के साथ रहती है. उनके शौहर जावेद आलम सऊदी अरब में अकाउंटेंट है. तीनों बच्चों की परवरिश करते हुए फरहत नाज घर के पास एक मदरसे में पढ़ाती भी हैं.
पढ़ाने के लिए पढ़ना जरूरी है और इस पढ़ने की आदत ने ही उन्हें कौन बनेगा करोड़पति जैसे सम्मानित मंच तक पहुंचा दिया. कौन बनेगा करोड़पति के लिए जब रजिस्ट्रेशन स्टार्ट हुआ तब फरहत नाज़ ने अपना भी रजिस्ट्रेशन कराया. ऑनलाइन ऑडिशन में उन्होंने सभी सवालों के सही जवाब देकर पहली सीढ़ी आसानी से पार कर ली. इसके बाद मेहनत और किस्मत उन्हें कौन बनेगा करोड़पति के मंच तक पहुंचाने में कामयाब रही.
फरहत बताती है कि सभी सीढ़ियां चढ़ते हुए जब 10 कंटेस्टेंट में उन्हें मुंबई बुलाया गया तब दिल बहुत जोर से धड़क रहा था. बारी निकल ना जाए इसके लिए वह मन ही मन ऊपर वाले से दुआ करती रही. आखिर 10 में से तीसरे स्थान पर उन्हें कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट पर आने का मौका मिला.
उन्होंने केबीसी में 2500000 रुपए जीत कर रायबरेली का मान बढ़ा दिया. एकाएक साधारण परिवार की फरहत नाज असाधारण महिला बन गई और उन्हें वापस आने पर आम लोगों द्वारा हाथों-हाथ लिया गया. हालांकि उन्हें इस बात का बेहद मलाल है कि उनके अपने शहर के जनप्रतिनिधियों अधिकारियों से वह स्नेह और सम्मान नहीं मिला जो कौन बनेगा करोड़पति के दूसरे प्रतिभागियों को अपने अपने शहर में मिला.
अब वह कौन बनेगा करोड़पति में जीती गई रकम को अपने सपने को पूरा करने मैं लगाने के लिए तैयार है. उनकी तमन्ना है कि वह इस रकम से एक ही स्कूल खोल सके. इसके लिए उन्होंने शहर की गरीब लोगों की बस्ती रामलीला मैदान के पास जमीन भी ढूंढने शुरू कर दी है. उनका कहना है कि अपने स्कूल में गरीब बच्चों को पढ़ाने में उन्हें बहुत सुकून मिलेगा. ऐसे परिवारों के बच्चों का जीवन स्तर उठाने की पूरी कोशिश करेंगे. उन्हें बेसब्र प्रतीक्षा है कौन बनेगा करोड़पति से रकम प्राप्त होने की.
केबीसी में ऑडिशन से लेकर हॉट सीट तक पहुंचने के किस्से हम लोगों ने खूब सुने. सना और शिफा तो खासकर फरहद से मिलने ही इसीलिए गई थी कि कौन बनेगा करोड़पति तक पहुंचने का रास्ता क्या है? दोनों ने खूब सीखा और समझा भी. पेशे से प्राइमरी शिक्षक सना आफरीन सिविल सर्विसेज की तैयारी भी कर रही है और उनकी भी दिली तमन्ना है कि केबीसी की हॉट सीट तक पहुंचे. ऊपर वाले से दुआ है कि सेना को भी इस कामयाबी तब पहुंचाए..
– गौरव अवस्थी