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आखिर भारत से वर्ल्डकप 2011 में मिली हार के बाद भी क्यों मुस्कुरा रहे थे संगकारा, किया खुलासा

वर्ल्डकप 2011 में श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद भारत विश्वविजेता बना था। इस मैच को लेकर संगकारा ने अश्विन के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट की।

संगकारा ने टॉस के वक्त धोनी के साथ हुई गलतफहमी को लेकर बात की। 2011 वर्ल्डकप के फाइनल में दो दफा टॉस हुआ था। इस बात को याद करते हुए संगकारा ने कहा कि, वानखेड़े में काफी संख्या में दर्शक आए थे और काफी जोर-जोर से चिल्ला भी रहे थे। हमें कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था, ऐसे में जब पहली बार टॉस हुआ तो मैंने जीत लिया था लेकिन माही कंफर्म नहीं हो पाया, उसने मुझसे कहा कि क्या तुमने ‘टेल’ कहा है, मैंने कहा नहीं मैंने ‘हेड’ कहा है।

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” मैच रेफरी भी मेरे टॉस जीतने से सहमत थे, लेकिन धोनी ने मेरे कॉल को नहीं सुना था, ऐसे में माही ने मुझसे कहा कि फिर से टॉस करते हैं। अगली बार भी टॉस मैंने जीता और ‘हेड’ ही आया।” संगकारा ने आगे कहा।

फाइनल में हार के बाद संगकारा निराश जरूर हुए थे, लेकिन मुस्कुराते हुए हार को स्वीकार की थी। इस बात को लेकर अश्विन ने उनसे पूछा कि आप हारने के बाद भी मुस्कुरा रहे थे, क्यों ?

इसपर संगकारा ने कहा कि वो हंसी मेरे चेहरे पर दुख और निराशा को छिपाने का एक साधन था। संगकारा ने कहा कि वो अपने देश के लोगों के इमोशन को सोचकर मुस्कुरा रहे थे, उन्होंने कहा कि 1996 के बाद पूरा श्रीलंका वर्ल्डकप की जीत का इंतजार कर रहा था। मैंने अपने जीवन में काफी कुछ देखा है। मैं हार और जीत के अंतर को जातना हूं और मुझे पता है कि हार और जीत कैसे लेनी है, मुस्कुराने से काफी हद कर दुख और निराशा छिप जाती है।

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